सवाईपुर ( सांवर वैष्णव ):- गुरु और शिष्य की परंपरा का महत्व बताने वाला गुरु पूर्णिमा पर्व इस बार गुरुवार को मनाया गया । सवाईपुर के निकटवर्ती ढ़ेलाणा गांव में चारभुजा नाथ मंदिर पर गुरु पूर्णिमा का आयोजन किया गया । यहां महंत भंवर दास वैष्णव ने अपने शिष्यों को आशीर्वचन दिया, शिष्यों ने गुरु की पूजा-अर्चना कर व आराधना कर आशीर्वाद लिया । इस दौरान भजन संध्या का आयोजन किया जा रहा, जिसमें देबीदास वैष्णव गागोस, सत्तू किर कोदूकोटा, भंवर दास खाचरोल, पोखर सिंह राजपुरोहित, राजाराम वैष्णव ककरोलिया माफी, नारायण सैन सोपुरा, रतन राव आमा, श्यामलाल बारेठ ईटावा आदि कई भजनों गायक कलाकारों ने एक से बढ़कर एक गुरू देव के भजनों की प्रस्तुतियां दी और भंडारे का आयोजन किया जाएगा । धर्म शास्त्रों में उल्लेख है कि गुरु का स्थान देवताओं से भी ऊपर है, जीवन में पथ प्रदर्शक की भूमिका में गुरु को माना गया है, इसलिए कहा गया हैं कि गुरु गोविंद दोनों खड़े काके लागू पाय बलिहारी गुरु आपने गोविंद दियो मिलाय, गुरु मानव जीवन में शिक्षा और उपदेश के माध्यम से अध्यात्मिक उन्नति के मार्ग को प्रशस्त करता है, यह दिवस महर्षि वेदव्यास के जन्म की स्मृति में व्यास पूर्णिमा भी कहलाता है ।