रायला । ईरास पंचायत के गाँव रामपुरिया मे आयोजित भागवत कथा के सातवें दिन की कथा में पंडित सूर्य प्रकाश जी महाराज कनेछन कला ने बताया कि जिस मनुष्य के अंदर दया का भाव होता है , वहां भक्ति का वास जरूर होता भक्ति का आसन होती है । दीनता जहां दया है वहां पर भक्ति जरूर निवास करती है और कथा में कृष्ण सुदामा प्रसंग सुनाते हुए बताया कि मित्र से किसी भी प्रकार का छल कपट नहीं करना चाहिए । जो मनुष्य मित्र से छल कपट करता है उसे गौर कष्ट उठाने पड़ते हैं इसी के साथ गांव के छोटे-छोटे बच्चों ने कृष्ण सुदामा की झांकियां सजाई और सभी ग्राम वासियों ने कथा विश्राम पर भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें बाहर से संत महात्माओं का आगमन वार्ड पंच राधेश्याम कुमावत ने बताया कि ग्राम वासियों ने बढ़-चढ़कर के इस कार्य में भाग लिया और भागवत जी की आरती उतारी गई ।
जिस मानव के मन में दया है वहां भक्ति का वास होता है – पंडित सूर्य प्रकाश महाराज
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