भीलवाड़ा । भीलवाड़ा रोड़वेज बस स्टैंड पर फायरिंग करने व निशाना चूकने से गोली कोटा की युवती को लगने के मामले में सुभाषनगर पुलिस ने मौके से दबोचे गये आरोपित लोकेश शर्मा को सोमवार देर रात उसे गिरफ्तार कर मंगलवार को अदालत में पेश किया, जहां से उसे बापर्दा 14 मई तक न्यायिक अभिरक्षा में भिजवा दिया गया। इस बीच, आरोपित ने चौंकाने वाले खुलासे भी पुलिस पूछताछ में किये हैं। पुलिस के अनुसार, लोकेश शर्मा,अपनी परिचित की गोली मारकर हत्या करने के बाद खुद को गोली से उड़ाने वाला था।सुभाषनगर पुलिस सूत्रों के अनुसार, रोडवेज बस स्टैंड पर स्थित पूछताछ विंडो के सामने सोमवार दोपहर एक युवक ने पिस्टल से फायरिंग की। यह गोली, गुमानपुरा कोटा निवासी रूमाना 24 को लगी। गोली, रुमाना की रीढ़ की हड्डी में जाकर फंस गई। पब्लिक ने फायरिंग के आरोपित को मौके पर ही पकडक़र उसकी पिटाई कर दी और बाद में उसे सुभाषनगर पुलिस को सौंप दिया गया।रुमाना को ईलाज के लिए अजमेर के अस्पताल में भर्ती करवाया गया। वहीं दूसरी और आरोपित लोकेश को दिनभर की पूछताछ के बाद सोमवार देर रात पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपित लोकेश कुमार शर्मा 35 पुत्र सत्यनारायण शर्मा मूलरूप से दौसा जिले की लालसोट तहसील के गांव महारिया का रहने वाला है। लोकेश अभी जयपुर में गोपालपुरा बाइपास के नजदीक शिवनगर कॉलोनी में रोशन कुमावत के मकान में किराये से रहता है। आरोपित लोकेश ने पुलिस पूछताछ में ऐसे खुलासे किये, जिससे एक बार पुलिस भी सकते में आ गई। पुलिस का कहना है कि पूरा मामला प्रेम-प्रसंग से जुडा है। लोकेश ने पुलिस को बताया कि वर्ष 2017 में भीलवाड़ा की रानी नामक छात्रा लालसोट में एग्रीकल्चर कॉलेज में पढ़ाई कर रही थी। इसी दौरान वह उसके संपर्क में आया। लोकेश, तब कार डेकोर का काम करता था। दोनों की जान-पहचान हो गई। इसके बाद दोनों एक-दूसरे के संपर्क में थे। आरोपित लोकेश ने कबूल किया कि रानी की पढ़ाई पूरी हो गई। पांच-सात महीने पहले रानी को कृषि विभाग में सुपरवाइजर की नौकरी मिल गई। लोकेश का कहना है कि रानी ने इसके बाद से उससे दूरियां बना ली। लोकेश ने कहा कि उसने पढ़ाई के दौरान रानी का काफी साथ दिया, लेकिन नौकरी मिलने पर जब उसने दूरियां बना ली तो यह बात उसे नागवार गुजरी। रानी, कहां नौकरी कर रही है, इसका पता अभी पुलिस को भी नहीं चल पाया। लोकेश, पिस्टल लेकर रविवार रात को ही जयपुर से भीलवाड़ा आ गया था। इसके बाद वह सांवरियाजी गया। जहां उसने सांवरियाजी के दर्शन किये। वहां से वह लौट आया और रानी के घर के आस-पास खड़ा रहकर उसके बाहर आने का इंतजार करता रहा। पुलिस का कहना है कि रानी, अपनी भाभी के साथ घर से बस स्टैंड आई थी। यहां बस स्टैंड पर आरोपित लोकेश ने रानी से बात करने का प्रयास किया, लेकिन रानी ने उसे नजर अंदाज कर दिया। रानी के बात नहीं करने से नाराज होकर लोकेश ने बैग से पिस्टल निकाली और फायरिंग कर दी। रानी तो बच कर आगे निकल गई, लेकिन कोटा की रुमाना नामक युवती इस गोली का शिकार होकर घायल हो गई। लोकेश ने दुबारा रानी पर निशाना लगाना चाहा, लेकिन गोली पिस्टल में ही फंसकर रह गई। लोकेश ने पुलिस पूछताछ में सबसे चौंकाने वाला खुलासा भी किया। लोकेश ने कहा कि रानी के दूरियां बनाने को लेकर नाराज था और इसी नाराजगी के चलते वह उसे जान से मारना चाहता था। लोकेश ने कबूला कि रानी को मारकर वह खुद को भी गोली से उड़ाने वाला था, लेकिन ऐसा हो नहीं पाया। रानी बच गई और पब्लिक ने उसे मौके पर ही दबोच लिया। पुलिस ने फायरिंग के आरोपित लोकेश शर्मा को बापर्दा रखते हुये मंगलवार को अदालत में पेश किया। जहां से उसे 14 मई तक न्यायिक अभिरक्षा में भिजवा दिया गया। इस मामले में गवाहों से आरोपित की जेल में शिनाख्त परेड करवाई जायेगी। पुलिस का कहना है कि फायरिंग के इस मामले में अनुसंधान के लिए पुलिस अब रानी को भी थाने बुलाने वाली है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही उसे तलब कर उक्त घटनाक्रम को लेकर पूछताछ की जायेगी। पुलिस का कहना है कि घटना के बाद रानी बस स्टैंड से चली गई थी। वही अब तक पुलिस के सामने नहीं आई।रोडवेज बस स्टैंड पर सोमवार को आरोपित लोकेश द्वारा की गई फायरिंग में गोली लगने से घायल कोटा की युवती रुमाना बानो क अजमेर के जवाहर लाल नेहरु चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया था, जहां मंगलवार को डॉक्टर्स ने उसका ऑपरेशन किया, जो सफल रहा। पुलिस का कहना है कि रुमाना की रीढ़ की हड्डी में फंसी गोली को निकाल लिया गया ।