दुर्घटना से देर भली..सिर्फ नारा बनकर रह गया.. मौतो के आंकड़े बढ़ते जा रहे रफ्तार बेलगाम हो रही..
सड़क दुर्घटना में छोटी सी लापरवाही से उजड़ रहे परिवार फिर भी सबक नही ले रहे राहगीर…
शाहपुरा@(किशन वैष्णव)आज बहुत व्यतीत हूं यह सोचकर की क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग भीम उनियारा 148 डी मार्ग पर शाहपुरा से गुलाबपुरा मार्ग पर आए दिन हादसे हो रहे हैं दर्दनाक हादसे में अनेक परिवार की खुशियां मातम में बदल गई है कई युवा अपनी काम उम्र में ही परिवार की जिम्मेदारी उठाने की जिम्मेदारी आई ही है की काल का ग्रास बन चुके हैं तो कई युवाओं के सिर से पिता का साया उठ चुका है तो कई मां अपने बेटे बेटियो और सुहाग को खो बैठे हैं हजारों हादसे देखने के बाद और हजारों घरों के चिराग आए दिन दुर्घटनाओं में बुझते देखने व सुनने के बाद भी सड़क हादसो में गिरावट नही आ रही क्युकी सुरक्षा से खिलवाड़ हम खुद कर रहे हैं ये बात खुद नही समझ रहे…,कहते हैं ना दुर्घटना से देर भली ..लेकिन यह नारा सिर्फ नारा ही रह गया है खुद की सुरक्षा खुद के हाथ में कोई शासन और प्रशासन सिर्फ ढकोसले है जागरूकता के अपने परिवार के सदस्य की जान की कीमत हम खुद जानते हैं लेकिन फिर भी हम सुरक्षित घर नही लौटते हैं सिर्फ 2 मिनट की देरी आपके भविष्य को उज्जवल और सुरक्षित बना सकती हैं।लेकिन जल्दबाजी,भाग्य भरोसे रहने की आदत और तेज रफ्तार गति को छोड़ेंगे नही।हमे सुरक्षित रहना है तो खुद को बदलना होगा,दुर्घटना से देर भली के नारे को जीवन में उतारना होगा और परिवार की खुशियों की सोच कर चलना होगा..आवश्यकता से अधिक सवारी भी दुर्घटना का प्रमुख कारण है। ऐसी ही एक दुर्घटना सरसुन्दा चौराये पर शुक्रवार शाम को हुई जिसमे ट्रक की चपेट में आने से बाइक सवार महिला की दर्दनाक मौत हो गईं।जब इस घटना की जानकारी मिली और ग्राउंड जीरो पर इसकी तहकीकात की गई तो सिर्फ गलती छोटी सी थी छोटी सी गलती में एक मां का परिवार उजड़ गया..बच्चो के सिर से मां का साया उठ गया और एक पति अपने जीवन संगिनी से दूर हो गया…गलती क्या थी की बाइक सवार दंपती सड़क से हाइवे पर लगे उन्होंने हाइवे पर लगते हुए ये नही देखा की दाए और बाए कोई भारी वाहन आ रहा है और गुलाबपुरा की तरफ से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक का ग्रास बन गए…गलती हम बड़े वाहनों की या छोटे वाहनों की बताते हैं लेकिन असल में गहराई तक जाए तो गलती इंसानों की होती है..इंसान के देखने और सोचने की होती है केवल 2 मिनट का फासला होता तो आज दंपति सुरक्षित होते..जब दंपति बाइक से सड़क पर आ रहे थे जैसे ही हाइवे पर लगे उससे पहले 5 सेकंड रुक कर उन्हे देखना था थोड़ी सी बाइक की जपकी मारनी थी उतने में उनके करोड़ों का कोई नुकसान तो नही होता है और होता भी तो क्या कोई जीवन से ज्यादा नही है..हादसे में महिला की ट्रक के नीचे आने से दर्दनाक मौत हो गई व एक व्यक्ति गंभीर घायल हो गया घायल व्यक्ति व महिला के शव को शाहपुरा अस्पताल ले जाया गया। फूलियाकलां थानाधिकारी माया बैरवा ने बताया कि सरसुन्दा चौराये पर बिजयनगर की तरफ से आ रहे तेज रप्तार ट्रक ने एक बाइक सवार दंपती को चपेट में ले लिया जिससे बाइक के पीछे बैठी महिला रुकमा देवी कालबेलिया उम्र 50 वर्ष निवासी दुर्गापुरा थाना सरवाड़ की ट्रक के टायर नीचे आने से मोके पर ही दर्दनाक मौत हो गईं व बाइक चालक महिला का पति गोवर्धन लाल कालबेलिया उम्र55 वर्ष निवासी दुर्गापुरा थाना सरवाड़ गंभीर घायल हो गया ।मोके पर बड़ी संख्या में भीड़ जमा हो गईं मोके पर पहुंची फूलियाकलां पुलिस ने भीड़ को वहाँ से हटाया ओर निजी वाहन से घायल व महिला के शव को शाहपुरा अस्पताल पहुंचाया।इसलिए कहते हैं दुर्घटना से देर भली..जीवन में परिवार की खुशियां चाहते हो तो सड़क सुरक्षा नियमो को अपनाओ.. सुरक्षित परिवार तो सुखी परिवार..