दिलखुश मीणा
सावर(अजमेर)@स्मार्ट हलचल|उपखंड क्षेत्र के गोरधा गांव के 105 वर्षीय हजारी भाटी का शनिवार सुबह निधन हो गया। वे वर्ष 1920 में किसान सुखदेव भाटी के घर जन्मे थे।पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे और घर पर ही उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन से गांव में शोक की लहर फैल गई।शनिवार देर शाम कादेड़ा रोड स्थित श्मशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम यात्रा में सैकड़ों ग्रामीण शामिल हुए और नम आंखों से अंतिम विदाई दी।
भाटी वर्ष 1959 में गोरधा ग्राम पंचायत की स्थापना के समय से ही सुविधा बेस पर सहायक कर्मचारी के रूप में जुड़े थे। उन्होंने पहले मनोनीत सरपंच स्वर्गीय रामविलास जैन के कार्यकाल से लेकर अब तक 11 सरपंचों का कार्यकाल देखा। ग्रामीणों ने बताया कि वे सरल और मिलनसार स्वभाव के व्यक्ति थे।
वे अपने पीछे दो पुत्र, दो बेटियां, पौते–पोतियों सहित भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं। गोरधा सहित आसपास के गांवों में उनके निधन से शोक का माहौल है।


