1112 वीं देवनारायण जयंती पर बिलिया में प्रसिद्ध देवनारायण का एक दिवसीय मेला लगा।
सैकड़ो की संख्या में भक्तजनों ने दरबार में मत्था टेक मनौतियां मांगी।
(किशन वैष्णव)
शाहपुरा@स्मार्ट हलचल/क्षेत्र के प्रसिद्ध आनणा देवनारायण मंदिर प्रांगर में भगवान देवनारायण की 1112 वीं जयंती पर विशाल मेले का आयोजन हुआ।लोक देवता भगवान श्री देवनारायण जयंती धुम धाम से मनाई गई। गुरुवार रात्रि को कलाकारो द्वारा भजनो कि रसगंगा बहाई गयी।इस दौरान डीजे से रैली निकाली गई व घोड़ी नृत्य के साथ धूमधाम से मनाई गई जहां दुर दराज से श्रृद्धालुओ ने मंदिर में श्रृंगारित श्री देवनारायण भगवान के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया।देवनारायण सेवा समिति द्वारा मेले के दौरान उतम व्यवस्था बनाई रखी। मौके पर पद दंगल में गायन मंडलियों के कलाकारों व राजस्थानी लोकगीतों और नृत्य के साथ धार्मिक रचनाओं की प्रस्तुति दी।मेले में तरह-तरह के झूले, लजीज व्यंजनों व लगभग जरूरी सामान की दुकानों पर लोगों की भीड़ रही।लोग पूरी तरह मस्ती के मूड में थे।बच्चे तो मेले का मजा उठाने में कोई कसर नही छोड़ रहे थे।रंग-बिरंगे खिलौनों और गुब्बारों की दुकानों पर वे मचल उठे।तमाशे देखने और झूलों का आनंद उठाने में उन्होंने खूब रुचि ली।बिसाता और सौन्दर्य प्रसाधन की दुकानों पर ग्रामीण इलाकों की महिलाओं की भीड़ थी।लजीज व्यंजनों के स्टालों पर लोग अच्छी खासी तादात में चटखारे ले रहे थे।मेले में चाइनीज से लेकर साउथ इंडियन व्यंजनो की दुकानें सजी थीं।जगह-जगह गरम-गरम जलेबी और पकौड़ी भी छन रही थी।घरेलू जरूरत के लिए भी ढेरों दुकानें सजी थीं।इन पर कैंची,छलनी, चिमटा, बाल्टी,कप प्लेट और ट्रे बिक रहे थे।देर शाम तक चले इस एक दिवसीय मेले में क्षेत्र के आस पास गांवो सही सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे।वही ग्राम विकास नवयुवक मण्डल द्वारा 10वीं खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमे कब्बडी,रस्साकशी व महिलाओ के लिए मटकी दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया व प्रथम,द्वितीय तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को पारितोषिक राशि वितरण की गई, कब्बडी व अन्य प्रतियोगिता देखने के लिए लोगो की भीड़ उमड़ पड़ी।