हाड़ौती क्षेत्र के 13 आस्था स्थलों के विकास पर देवस्थान विभाग साढ़े 14 करोड़ रुपए खर्च करेगा.
बूंदी जिले के तीन मंदिर, श्री सतूर माताजी, श्री गोपाल लाल जी, श्री रंगनाथ पर 3.3 करोड़ खर्च होंगे
बूंदी/स्मार्ट हलचल|कोटा- राज्य बजट की घोषणा के तहत प्रदेश के मंदिरों के जीर्णोद्धार व विकास पर 100 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे. इसी क्रम में हाड़ौती के 13 मंदिर शामिल हैं. इन पर करीब 15 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे. देवस्थान विभाग ने कोटा, बारां, बूंदी व झालावाड़ जिले के 13 मंदिरों में विकास के लिए डीपीआर के टेंडर मांगे हैं. डीपीआर से तय होगा कि किस मंदिर में क्या कार्य होना है.
देवस्थान विभाग कोटा के सहायक निदेशक कृष्णकुमार खंडेलवाल ने बताया कि हाड़ौती के 13 मंदिरों के लिए 14.5 करोड़ की बजट घोषणा हुई थी. इनमें विकास व जीर्णोद्धार कराया जाएगा. डीपीआर के लिए निविदा जारी कर दी. डीपीआर में तय होगा कि किस मंदिर में क्या कार्य करवाने हैं. डीपीआर बनवा स्थानीय मंदिर प्रबंधन और जनप्रतिनिधि से भी चर्चा की जाएगी. पूछा जाएगा कि किस मंदिर में क्या-क्या कार्य कराए जा सकते हैं. इसके बाद टेंडर प्रक्रिया होगी और फिर काम चालू करेंगे.
बारां के तीन मंदिरों को 6.8 करोड़: अकेले बारां जिले के तीन मंदिरों में 6.80 करोड़ रुपए से अधिक के कार्य होने हैं. ये तीनों मंदिर किशनगंज, अंता और बारां अटरू विधानसभा में है. झालावाड़ जिले के पांच मंदिरों में 1.90 करोड़ से कार्य कराए जाएंगे. कोटा जिले में दो मंदिरों में ढाई करोड़ से कार्य होंगे. बूंदी जिले के तीन मंदिरों में 3.3 करोड़ से कार्य प्रस्तावित हैं. बारां में किशनगंज के विधायक ललित मीणा का कहना है कि उनके क्षेत्र में रामगढ़ में पहाड़ी पर स्थित माता कृष्णाय का मंदिर काफी प्रसिद्ध है. यहां नवरात्र में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं. इसके अलावा आम दिनों में भी यहां भक्त माता के दर्शन को पहुंचते हैं. यहां पर रामगढ़ क्रेटर भी नजदीक है. इन्हें अच्छा पर्यटन स्थल बनाने के प्रयास रहेंगे.
बूंदी मू श्री सतुर माताजी मंदिर हिंडोली, बूंदी 80 लाख,श्री गोपाल लालजी मंदिर,बूंदी,1.5 करोड़
श्री रंगनाथजी मंदिर,बूंदी 1 करोड़ खर्च किए जाएंगे