भीलवाड़ा । सौरमंडल के प्रमुख ग्रह शनिदेव 138 दिन के बाद आगामी 28 नवंबर से मार्गी होने जा रहे हैं। गत 14 जुलाई से शनिदेव मीन राशि में रहते हुए वक्री स्थिति में हैं, जो माह के अंत तक इसी राशि में वापस मार्गी हो जाएंगे। ज्योतिष के अनुसार शनि के मार्गी होने से कई तरह की व्यवस्थाओं में बदलाव होगा। ज्योतिषविद का कहना है कि शनि न्याय के कारक है, ऐसे में न्याय व्यवस्था में कसावट आएगी। साथ ही जिन राशियों पर साढ़े साती और ढिया के प्रभाव है, उनकी परेशानी बढ़ सकती है, तो कुछ राशियों के लिए लाभकारी रहेगा
अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैदिक और ज्योतिषचार्य आचार्य योगेंद्र शर्मा का कहना है कि शनि अभी उल्टी चाल में चल रहे हैं, जो 28 नवम्बर से सीधी चाल में आ जाएंगे। ग्रह उसका जब सीधी चाल में होते है तब असर ज्यादा सकारात्मक होता है। शनि न्याय के देवता है, इसलिए शनि के मार्गी होने से न्याय व्यवस्था मजबूत होती है। जब भी कोई ग्रह वक्री या मार्गी होता है तब मौसम पर भी उसका असर दिखाई देता है। इस कारण से मौसमी बदलाव भी इस दौरान दिखाई दे सकता है।
इन पांच राशियों को रहना होगा सतर्क
शनि के मार्गी होने से कुछ राशि वालों को विशेष सावधानी बरतने कीआवश्यकता है। वर्तमान में मेष, कुंभऔर मीन राशि के जातकों पर शनि की साढ़े साती चल रही है। सिंह और धनु राशि के जातकों पर ढियां का प्रभाव है। इन पांच राशि के जातकों को स्वास्थ्य संबंधी, मानसिक और आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
इन राशियों के लिए शुभ रहेगा प्रभाव
शनि का मार्गी होना कई राशियों के लिए शुभ और फलदायी साबित हो सकता है। जिन राशि वालों के लिए शनि का प्रभाव शुभ रह सकता है उनमें वृषभ, कर्क, तुला, धनु, मकर राशि शामिल हैं। इन जातकों के लिए उन्नति के द्वार खुलेंगे। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और नौकरी, व्यापार व करियर में तरक्की मिल सकती है। शनि के सीधी चाल में आने से इन राशियों को विशेष लाभ प्राप्त होने की संभावना है।


