पुनित चपलोत
भीलवाड़ा । जयपुर से माइंस खरीदने भीलवाड़ा आये एक व्यक्ति से 25 लाख की लूट के आरोपितों से संपर्क कर उसका सहयोग करने के आरोप में आसींद थाने के एक कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया। निलंबन के आदेश जिला पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ने जारी किये। यह खुलासा मांडल पुलिस द्वारा आरोपितो को गिरफ्तार करने के बाद अनुसंधान में हुआ।
बता दें कि जयपुर के सांगानेर निवासी मुकेश कुमार पुत्र बल्लू प्रसाद गुप्ता ने मांडल थाने में रिपोर्ट दी थी कि उसे उसके एक दोस्त राजीव गौड़ ने सुनील शर्मा के मार्फत मुकेश माली से एक इन्वेस्ट के लिए मिलवाया था। गुप्ता को मुकेश ने ब्यावर-भीलवाड़ा मार्ग एक माइंस भी दिखाई थी। मुकेश माली ने उससे माइंस में इन्वेस्ट करने पर मोटा मुनाफा होने की बात कही। माली ने गुप्ता से इस सौदे के लिए 25 लाख रुपये एडवांस देने के लिए कहा। इसके बाद 27 दिसंबर को गुप्ता अपने दोस्त राजीव गौड़ के साथ भीलवाड़ा आ गये। यहां वे मुकेश माली, मनोहर और सुनील शर्मा से मिले। गुप्ता और गौड़ भीलवाड़ा में अपने परिचित व्यक्ति से रुपये लाने के लिए गये। रुपये लेने के बाद वे मुकेश माली की बताई लोकेशन पर गये। वहां पहुंचने पर उसने रुपये चेक किये और किसी को फोन पर बोला कि रुपये पूरे हैं। मुकेश के यह बात बोलने के दो-चार मिनिट बाद ही एक व्यक्ति वहां आ गया। उक्त व्यक्ति ने गुप्ता को कार से बाहर निकाल कर उनके साथ मारपीट की और 25 लाख रुपये रखा बैग कार से निकाल लिया और वहां से फरार हो गया। इस मामले में पुलिस ने गत दिनों 3 आरोपित चंद्रप्रकाश उर्फ मुकेश 30 पुत्र गोपाल माली निवासी गुरुकुल स्कूल के सामने ब्यावर , मनोहर 24 पुत्र गणपतसिंह रावत निवासी विजय नगर रोड़ दादाबाड़ी ब्यावर और धीरज सिंह 26 पुत्र आनंदसिंह रावणा राजपूत निवासी ब्यावर को गिरफ्तार कर 24 जनवरी तक रिमांड पर लिया। इस दौरान पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि इस मामले में आसींद थाने के कांस्टेबल बुद्धाराम ने आरोपितों से संपर्क कर उनका सहयोग किया। यह जानकारी सामने आने के बाद पुलिस अधीक्षक सिंह ने कांस्टेबल बुद्धाराम को निलंबित कर पुलिस लाइन भिजवा दिया। साथ ही पुलिस अधीक्षक ने इस मामले की जांच शीघ्र पूर्ण कर रिपोर्ट पेश करने के मांडल डीएसपी दर्जाराम को आदेश दिये हैं।