(बजरंग आचार्य)
सादुलपुर|स्मार्ट हलचल|लसेड़ी के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में 17 और 19 वर्ष आयु वर्ग के छात्र-छात्राओं की 69वीं जिलास्तरीय फुटबॉल प्रतियोगिता का विधिवत समापन एक रंगारंग कार्यक्रम के साथ हुआ। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता उपसरपंच मंजू बलौदा और उप जिला शिक्षा अधिकारी (खेल) रामूराम बुंदेला ने संयुक्त रूप से की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में सीबीईओ राजगढ़ सुमन जाखड़ मौजूद रहीं।
इस प्रतियोगिता के विशिष्ट अतिथियों में प्राचार्य मांगेराम, प्राचार्य रामफल काजला, प्राचार्य सुरेंद्र नायक, प्राचार्य अनीता देवी, जुगलकिशोर पुनिया, आरपी समसा कलावती खीचड़, हरफूल पायल, सूबेदार नौरंग पुनिया, धर्मवीर प्रताप कालीरावना, ओम्बवीर नंबरदार, जयसिंह मनोज जांगिड़, सुनील फौजी, सरपंच रतनपुर मुकेश शर्मा, समुंद्र अडिया, धनसिंह भगुराम पुनिया और प्रशासनिक अधिकारी शामिल थे।
मीडिया प्रभारी मनोज पुनिया ने बताया कि, 17 वर्ष छात्रा वर्ग में खैरू बड़ी ने पहला, लसेड़ी ने दूसरा और मोडावासी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। इस वर्ग में खैरू बड़ी की मुस्कान को बेस्ट प्लेयर चुना गया।
19 वर्ष छात्रा वर्ग में कांधराण की टीम प्रथम रही और चैनपुरा बड़ा ने दूसरा स्थान हासिल किया। इस वर्ग की बेस्ट प्लेयर का खिताब कांधराण की सोनिका को मिला।
छात्र वर्ग की बात करें तो, 17 वर्ष की श्रेणी में ख्याली की टीम पहले स्थान पर रही, जबकि बीदासर बिदावतान दूसरे स्थान पर रही। पूनम प्रजापत को इस वर्ग का बेस्ट प्लेयर चुना गया।
19 वर्ष छात्र वर्ग में मेजबान लसेड़ी की टीम ने जिला स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि न्यागल बड़ी के बीआरजेडी स्कूल को दूसरा स्थान मिला। इस वर्ग में लसेड़ी के रिंकेश को बेस्ट प्लेयर घोषित किया गया।
लगातार पाँच दिनों की भारी बारिश के बावजूद प्रतियोगिता बिना किसी रुकावट के जारी रही, जिसका श्रेय ग्रामीणों, अभिभावकों और स्वयंसेवकों के सहयोग को जाता है। उन्होंने भोजन, आवास, टेंट और पुरस्कार जैसे सभी खर्चों का स्वयं वहन किया। सीबीईओ सुमन जाखड़ ने इस सफल आयोजन के लिए ग्रामीणों को बधाई दी और इसे खेल का महाकुंभ बताया।
कार्यक्रम में उपस्थित प्रमुख लोगों में जगदीश प्रजापत, समुंद्र अडिया, नरेश अडिया, बलवीर बलौदा, कृष्ण बलौदा, हवासिंह पुनिया, अमरसिंह छिपी, सुमेर स्वामी, नवीन पुनिया, धनसिंह पुनिया, कैप्टन राजवीर सिंह, सूबेदार नौरंग पुनिया, रमेश पुनिया, सुनीता पुनिया, सुनील देवी, सुरेश पति सुनीता ठोलिया, किरण, प्रमिला गागड़वास, सुरेश पति महला, सांवरमल जांगिड़ और महावीर फौजी शामिल थे।
निर्णायक मंडल में सफी मोहम्मद, राजपाल कितलाना, मुख्तयार खान, कुमार महर्षि, दलीप सहारण, श्री कांत, संजय शर्मा, छोटूराम मीणा, वेदप्रकाश रमेश राघा, पवन मीना, चंद्रपाल, नरेश खांडल, शेरसिंह जोईया, सोमवीर लुटाना पूर्ण, मधु सकरवाल, दिलीप दायमा, वेदप्रकाश चाहर, बलवान सिंहमार, विश्वदीपक मलिक, पुष्पा देवी, इरशाद खान, राजेंद्र नेहरा और मीनू देवी ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सभी विजेता टीमों को ट्रॉफी और प्रतीक चिन्ह से सम्मानित किया गया, जबकि अतिथियों को शॉल, श्रीफल और मोमेंटो भेंट कर साफे पहनाए गए। संयोजक व प्राचार्य सुमन पूनिया ने आभार जताया तथा संचालन विश्वदीपक मालिक व व्याख्याता इरशाद अली ने सामूहिक किया।