सांवर मल शर्मा
आसींद । क्षेत्र के 8 से 10 गांवों को बीते लगभग तीन महीनों से चंबल परियोजना का पानी नहीं मिल पा रहा है। ग्रामीणों के अनुसार आज से करीब तीन माह पूर्व खारी नदी में आई बाढ़ के दौरान प्रतापपुरा गांव के पास चंबल लाइन का पाइप टूट गया था। यह पाइप करीब 30 फीट लंबा बताया जा रहा है, लेकिन इतने लंबे समय बीत जाने के बावजूद आज तक पाइपलाइन की मरम्मत नहीं की गई। प्रतापपुरा निवासी शंभू लाल गुर्जर ने बताया कि पानी की भारी किल्लत के चलते ग्रामीणों को मजबूरी में 1000 रुपये खर्च कर निजी टैंकर मंगवाने पड़ रहे हैं। इसी टंकी से आसपास के करीब 8 से 10 गांवों की पेयजल आपूर्ति होती है, लेकिन लाइन क्षतिग्रस्त होने से गांवों में पीने का पानी तक उपलब्ध नहीं है। ग्रामीणों का कहना है कि समस्या को लेकर कई बार प्रशासन और चंबल विभाग के अधिकारियों को अवगत कराया गया, लेकिन अब तक कोई ठोस समाधान नहीं निकला। हैरानी की बात यह है कि पास से खारी नदी बह रही है, फिर भी ग्रामीण पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं। इस गंभीर समस्या को लेकर ग्रामीणों में रोष व्याप्त है और उन्होंने जल्द से जल्द पाइपलाइन दुरुस्त कर नियमित जलापूर्ति बहाल करने की मांग की है। इस मौके पर प्रकाश साहू, मोहन कुमावत, धन जी गुर्जर, शंभू लाल गुर्जर सहित अन्य ग्रामीण मौजूद रहे।


