रोहित सोनी
आसींद । राष्ट्रीय राजमार्ग 148D पर जिम्मेदार विभाग की लापरवाही लोगों की जिंदगियां निगल रही है। अंटाली से गुलाबपुरा तक बने हाईवे पर वाइट लाइनिंग नहीं होने के कारण यह सड़क आजकल “हादसों का अड्डा” बन गई है। रात के समय वाहनों को सड़क और डिवाइडर साफ नजर नहीं आते। कई बार ट्रक, कार और बाइक सवार सीधे डिवाइडर से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं। लोग कह रहे हैं – “यह हाईवे विकास नहीं, मौत की ओर ले जा रहा है।”अंधेरे में डिवाइडर ब्लैक स्पॉट बन चुके हैं। हर दिन छोटे-बड़े हादसे हो रहे हैं। घायल होने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा, कई जानें भी जा चुकी हैं। लेकिन NH प्रशासन अनजान बना हुआ है। ग्रामीणों और आमजन ने नेशनल हाईवे अथॉरिटी पर सवाल उठाए –
“क्या किसी बड़े हादसे का इंतजार है? वाइट लाइनिंग और रिफ्लेक्टिव साइन बोर्ड कब लगाए जाएंगे?” जिम्मेदार विभाग की नींद कब खुलेगी? सड़क पर सफेद लकीरें नहीं… लेकिन हादसों की काली कहानियां हर रोज लिखी जा रही हैं।