ग्रामीणों का फूटा गुस्सा,बोले–अब नहीं सहेंगे अवैध बजरी का कहर
भीलवाड़ा ।जिले में अवैध बजरी परिवहन पर पुलिस की पकड़ कितनी कमजोर है,इसका जीता-जागता उदाहरण सोमवार तड़के बड़लियास थाना क्षेत्र के सूठेपा गांव में देखने को मिला।सुबह करीब 3 से 4 बजे बजरी से भरे आधा दर्जन से अधिक ट्रैक्टर तेज रफ्तार से गांव की तंग गलियों में घुस आए।तेज गति और दबंगई के चलते चालक वाहनों को जबरदस्ती निकालने में लग गए।इस दौरान वहां लगे तीन बिजली के पोल जोरदार धमाके के साथ मकानों पर आ गिरे।पोल गिरने से आसपास बने कई मकानों की दीवारों में गहरी दरारें आ गईं।वहीं मकानों के बाहर बनी नालियां और चबूतरे भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए।ग्रामीणों ने बताया कि घटना के समय परिवारजन घरों के अंदर सोए हुए थे,यदि पोल किसी व्यक्ति पर गिरता तो बड़ी जनहानि हो सकती थी।घटना के बाद चालक मौके पर ही ट्रैक्टर छोड़कर फरार हो गए।ग्रामीणों के अनुसार यह सब कुछ बड़े पैमाने पर हो रहे अवैध बजरी कारोबार की पोल खोलता है,जिसके आगे पुलिस प्रशासन भी बेबस नजर आ रहा है।पूर्व सरपंच रमेशचन्द्र शर्मा ने बताया कि संकरी गली में जबरन ट्रैक्टरों को घुसाने और निकालने की जल्दबाजी ने ग्रामीणों की नींद उड़ा दी।उन्होंने कहा कि प्रशासन यदि समय रहते सख्त कार्रवाई नहीं करता तो गांव में शांति व्यवस्था खतरे में पड़ सकती है।आक्रोशित ग्रामीणों ने बड़लियास थाने पहुंचकर लिखित में शिकायत दी और आरोप लगाया कि जिला पुलिस अधीक्षक के अवैध बजरी रोकने के तमाम दावों के बावजूद बजरी माफिया बेलगाम घूम रहे हैं।ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस यदि वाकई गंभीर होती तो इतने बड़े स्तर पर ट्रैक्टरों का काफिला गांव में कैसे घुस सकता था?यह घटना साफ दर्शाती है कि पुलिस की पकड़ अपराधियों पर कमजोर हो चुकी है और बजरी माफिया निडर होकर गांवों में तबाही मचा रहे हैं।ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही ठोस कार्रवाई नहीं हुई तो वे सामूहिक आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे। वही बडलियास पुलिस ने मौके पर पहुंचकर 5 ट्रेक्टर ट्राली बजरी भरे जप्त किए और माइनिंग विभाग को सूचना दी । पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की है ।