गिड़ा |स्मार्ट हलचल|पंचायत समिति के परेउ बिजली घर में कार्यरत एक लाइनमैन पर उपभोक्ता से रिश्वत मांगने, उसका मीटर तोड़ने और उसे धमकाने के गंभीर आरोप लगे हैं। इस घटना ने विभाग में पारदर्शिता और जवाबदेही की कमी को उजागर किया है, जिससे आम जनता में गहरा रोष है।
यह चौंकाने वाला मामला ग्राम पंचायत करालिया बेरा के
निवासी हासम खांन ने बताया कि उन्होंने साल 2021 और 2022 के बिजली बिलों का भुगतान कर दिया था, लेकिन साल 2023 का उनका बिल नहीं आया। साल 2024 में, लाइनमैन छोटू ने ₹4,000 का बकाया बिल का हवाला देते हुए उनका कनेक्शन काट दिया, जबकि उस समय उनके मीटर की रीडिंग केवल 197 यूनिट थी।
रिश्वत न देने पर तोड़ा मीटर
पीड़ित के अनुसार, करीब 12 महीने पहले उनका कनेक्शन काटा गया था। जब वह इसे दोबारा जुड़वाने के लिए कहा तो लाइनमैन ने उनसे ₹6,000 की रिश्वत की मांग की। हासम खांन ने रिश्वत देने से साफ इनकार कर दिया, जिसके बाद कर्मचारी ने उनका मीटर तोड़ दिया और अपने साथ ले गया। इस घटना ने बिजली विभाग में भ्रष्टाचार की जड़ों को गहरा उजागर किया है।
इस पूरे मामले ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या बिजली विभाग के कुछ कर्मचारी अपनी मनमानी और पद का दुरुपयोग कर रहे हैं? आम जनता के बीच यह संदेश जा रहा है कि अगर रिश्वत न दी जाए, तो उन्हें इसी तरह परेशान किया जाता है।
कानूनी कार्रवाई की चेतावनी
हासम खांन ने साफ किया है कि अगर इस मामले में जल्द ही कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो वे कानूनी रास्ता अपनाने के लिए मजबूर होंगे। यह घटना एक बड़ा संकेत है कि बिजली विभाग के अधिकारियों को अपने कर्मचारियों की गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखनी चाहिए।
अब सभी की निगाहें बिजली विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों पर टिकी हैं कि वे इस मामले को कितनी गंभीरता से लेते हैं और आरोपी लाइनमैन के खिलाफ क्या सख्त कार्रवाई करते हैं, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके और जनता का भरोसा बहाल हो सके।