बानसूर। स्मार्ट हलचल|क्षेत्र में पिछले चार महीने से लेपर्ड का आतंक बढ़ता जा रहा है। सोमवार देर शाम लेपर्ड चतरपुरा के पास आड़ी गैली में किसान राजेश जाट के गाय के बछड़े को खेत से उठा ले गया और उसका शिकार कर दिया। बाद में खेत में बछड़े का शव और लेपर्ड के पगमार्क मिले। इस घटना से क्षेत्र के किसानों और ग्रामीणों में दहशत फैल गई है। इससे पहले भी यह लेपर्ड तीन लोगों पर हमला कर चुका है। 24 मई को होलावास के उपला बासना में मुंशी मेघवाल, 4 जून को बिलाठ के छाटक्या में भाग्गा बाल्मीकि और 19 जून को छाटकया गांव में रामवतार राजपूत इस लेपर्ड के शिकार बने थे। इसके अलावा 19 अगस्त को बिलाठ क्षेत्र में ग्रामीणों ने एक साथ तीन लेपर्ड देखे थे।होलावास सरपंच सतपाल चौधरी ने बताया कि 4 अगस्त को बानसूर एसडीएम अनुराग हरित को ज्ञापन सौंपकर लेपर्ड को रेस्क्यू करने की मांग की थी। वन विभाग और प्रशासन की लापरवाही के कारण लोगों और पशुधन की जान खतरे में हैं तों वहीं रामपुर नाका के फोरेस्टर ओमप्रकाश यादव ने बताया कि खेतों में बाजरे की फसल खड़ी होने से लेपर्ड को पकड़ने में कठिनाई हो रही है। वन विभाग ने कई स्थानों पर पिंजरे लगाए हैं, लेकिन अब तक सफलता नहीं मिल सकी है। ग्रामीणों ने तत्काल कार्रवाई की मांग की है ताकि इलाके में दहशत का माहौल खत्म हो सके।