मुकेश खटीक
मंगरोप।क्षेत्र की जनता के लिए राहत का केंद्र कहलाने वाला 70 साल पुराना मंगरोप प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अब खुद खतरे का सबब बन चुका है।मंगलवार को अस्पताल के चिकित्सा प्रभारी कक्ष में बड़ा हादसा होते-होते टल गया।यहां इलाज कराने आई एक महिला और एक नन्हीं बालिका उस समय बाल-बाल बच गईं।जब अचानक भारीभरकम खिड़की टूटकर गिर पड़ी।स्वरूपगंज के पूर्व सरपंच गोपीलाल नायक ने बताया कि वे जुकाम का इलाज करवाने अस्पताल आए थे।चिकित्सक उनकी जांच कर रहे थे,तभी अचानक खिड़की का पल्ला टूटकर गिर पड़ा। खिड़की पास में खड़ी महिला टीना किर (30) के कंधे पर जा गिरी,जबकि उसकी बगल में ही खड़ी 5 वर्षीय बालिका अंशिका बाल-बाल बच गई।गनीमत रही कि खिड़की महिला के कंधे से टकराकर दूर जा गिरी,नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था।ग्रामवासियों ने बताया कि जब अस्पताल प्रभारी के कक्ष की यह स्थिति है,तो बाकी कमरों की हालत आसानी से समझी जा सकती है।पूरे भवन की दीवारें जर्जर हो चुकी हैं,खिड़की-दरवाजे टूटे पड़े हैं और छतों से प्लास्टर झड़ रहा है।छत और आसपास उगी झाड़ियां जहरीले जीव-जंतुओं के पनपने का खतरा बढ़ा रही हैं।स्थानीय निवासी राघव सोमानी ने बताया कि करीब 7 हजार से अधिक की आबादी और 40 गांवों के लोग इसी अस्पताल पर निर्भर हैं।गर्भवती महिलाओं को प्रसव के समय गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।अस्पताल में न तो पर्याप्त स्टाफ है और न ही सुविधाएं।आपातकालीन हालात में मरीजों को 25 किमी दूर जिला अस्पताल ले जाना पड़ता है,जिससे कई बार जान पर बन आती है।ग्रामीणों ने बताया कि वे पिछले 10 सालों से अस्पताल को सीएचसी(सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र)में अपग्रेड करने की मांग कर रहे हैं।कई बार ज्ञापन देने के बावजूद सरकार और चिकित्सा विभाग ने अब तक ध्यान नहीं दिया।अब ग्रामीणों का सब्र टूट चुका है।उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही अस्पताल को सीएचसी में अपग्रेड कर सुविधाएं उपलब्ध नहीं करवाई गईं,तो वे उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे।ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग से मांग की है कि अस्पताल की खस्ताहाल स्थिति को देखते हुए तुरंत मरम्मत और सुविधाओं का विस्तार किया जाए। साथ ही, क्षेत्र की आबादी और जरूरतों को ध्यान में रखते हुए मंगरोप स्वास्थ्य केंद्र को शीघ्र सीएचसी में अपग्रेड किया जाए,ताकि जनता को बुनियादी चिकित्सा सुविधाओं का लाभ मिल सके और इस प्रकार के हादसे दोबारा न हों।