सकारात्मक प्रयासों से बदली जा सकती है सरकारी स्कूलों की तस्वीर,माण्डलगढ़ के मुकुनपुरिया स्कूल में शिक्षकों ने उपलब्ध करवाई है आधुनिक सुविधाए
(केसरीमल मेवाड़ा)
माण्डलगढ़।स्मार्ट हलचल|उपखण्ड क्षेत्र के मुकुनपुरिया स्कूल में मौजूद स्कूल स्टाफ द्वारा छात्रों के हित मे नित नवाचार कर शिक्षा स्तर को श्रेष्ठ बनाने के लिए विभिन्न प्रयास किए जा रहे है जिसके चलते स्कूल के छात्रों में शिक्षा प्राप्त करने में उत्साह चरम पर है। स्कूल में पारंपरिक व्यवस्थाओं में नवीनीकरण कर स्कूल को डिजिटल बनाने पर खास जोर दिया जा रहा है। स्कूल के प्रिंसिपल लक्ष्मण सिंह मीणा ने बताया कि स्कूल में स्टाफ के लिए पर्याप्त वाईफाई सुविधा,स्कूल स्टाफ के लिए ड्रेसकोड अनिवार्य करने के साथ साथ सभी स्टाफ के लिए आईडी कार्ड अनिवार्य किया गया है वही स्कूल के छात्रों के लिए ड्रेसकोड व आईडी कार्ड उपलब्ध कराए गए है जिसका उपयोग प्रतिदिन स्कूल में करना अनिवार्य किया गया है।
स्कूल बिल्डिंग व परिसर को आकर्षक बनाने के लिए रंग-रोगन करवाकर खूबसूरती प्रदान की है। स्कूल में डिजिटल बेल,इंवर्टर आदि सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है। एक ओर राजस्थान में सरकारी स्कूल के जर्जर भवनों की तस्वीर सामने आने के बाद शिक्षा व्यवस्था पर ही सवाल खड़े हो गए हैं वहीं दूसरी ओर एक ऐसी भी तस्वीर हैं, जहां शिक्षकों ने मिलकर स्कूल की तस्वीर बदल दी। यह स्कूल किसी भी मामले में निजी स्कूल से कम नहीं है। स्कूल स्टाफ द्वारा स्वयं के सहयोग से लाखो रूपए खर्च कर स्कूल परिसर को आधुनिक और हरित बनाया गया है। मिड डे मिल योजना में फल-फ्रूट के साथ गुणवत्तापूर्ण भोजन नियमानुसार उपलब्ध कराया जा रहा है वहीं कृष्णभोग के जरिए भी छात्रों को स्वादिष्ठ भोजन भी उपलब्ध करवाया जा रहा है। स्कूल परिसर में फलदार व छायादार पेड़-पौधे शामिल हैं, जो परिसर को पर्यावरण के अनुकूल और आकर्षक बना रहे हैं। डिजिटल एजुकेशन की भी सुविधा
यहां बच्चों को कम्प्यूटर व व्हाइट बोर्ड के माध्यम से आधुनिक शिक्षा दी जा रही है। शिक्षक स्कूल में दसवीं और बारहवीं के छात्रों के लिए अतिरिक्त कक्षाएं भी आयोजित कर शिक्षा के स्तर को बढ़ाने में सहयोग कर रहे है ताकि बोर्ड परीक्षाओं की विशेष तौर पर तैयारी हो सके। स्कूल परिसर की सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है और स्कूल में बिना अनुमति के कोई भी विद्यार्थी परिसर में नहीं घूमने के लिए पाबंद किया गया है जिससे स्कूल का माहौल अनुशासित और सुरक्षित बना रहे। स्कूली छात्रों को खेल गतिविधियों के लिए भी तैयार किया जा रहा है ताकि कोई प्रतियोगिता का आयोजन हो तो छात्र बेहतर प्रदर्शन कर सके। स्कूल के उप प्रधानाचार्य सुनील कुमार मीणा ने बताया कि हमारी पूरी शिक्षक टीम दिन-रात मेहनत कर इस विद्यालय को उच्च मानकों पर ले जाने के लिए दृढ़ संकल्पित है। छात्रों पर सीसी टीवी से निगरानी रखी जा रही है ताकि स्कूल में शिक्षण व्यवस्था अनवरत सुचारू रूप से जारी रहे। इस मेहनत का नतीजा है कि इस सत्र में स्कूल में 319 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत है। वर्तमान में सरकार के व्यावसायिक शिक्षा पर जोर को ध्यान में रखते हुए स्कूल में अत्याधुनिक लैब भी स्थापित की गई है जो बच्चों को प्रायोगिक और व्यावहारिक शिक्षा प्रदान कर ही है। स्कूल में बेहतर व्यवस्थाए निरन्तर रहे इसके लिए स्टाफ के शिक्षक रामरतन जाट, भगवान लाल जाट, मुकुल गर्ग, देवबक्श धाकड़, वंकेश मीणा, सोनवेंद्र सिंह, अशोक कुमार, हनुमान गुर्जर, भैरूलाल जाट, सत्यनारायण वैष्णव, ओम प्रकाश धाकड़, विनोदी मीणा, विमला शक्तावत, विजय भारती, रेखा, अनामिका, विनोद पारीक, बालेश शर्मा सहित पूरे स्टाफ द्वारा अभूतपूर्व सहयोग प्रदान किया जा रहा है।


