पुलिसकर्मी के बेतुके बयान पर भडक़े, डेगाना डिप्टी ने समझाईश कर किया मामला शांत, ग्रामीणों ने दिया पांच दिन का अल्टीमेटम
थांवला।
थांवला। स्मार्ट हलचल|कस्बें सहित आसपास के ईलाकों में पुलिस पस्त होती नजर आ रही है वहीं जुलाई माह में ग्राम गुढ़ा जगमालौता में तीन मकानों से लाखों रूपयों के जेवरात और नकदी पर हाथ साफ करने के बाद चोरों ने अपनी रात्रिकालीन गश्त को बढ़ावा दिया है जिससे शनिवार रात को चोरों द्वारा उसी तरीके से चोरी की वारदात को अंजाम देने के बाद ग्रामीणों का गुस्सा फूट पर पड़ा और सैकड़ों ग्रामीण पुलिस थाना परिसर में धरने पर बैठ गए और चोरों को पकडऩे कर लगातार बड़ती चोरी की वारदातों का खुलासा करने की मांग की। इसी बीच एक पुलिसकर्मी ने ग्रामीणों से यहां तक कह डाला कि किसी के माथे पर थोड़ी लिखा है कि वह चोर है? इसी बात को ग्रामीणों ने आड़े हाथ लेते हुए उच्चाधिकारी से बात करने पर अड़ गए। इधर डेगाना डिप्टी जयप्रकाश बेनीवाल को मामले की जानकारी मिली तो उन्होने तुंरत थांवला थाने का रूख किया और ग्रामीणों से समझाईश कर धरना स्थगित कराया और पांच दिनों का टाईम मांगा। पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर ग्रामीणों को समझाया कि वो इस बात को यही खत्म करें।
क्या है मामला:- गत 20 जुलाई की रात को ग्राम गुढ़ा जगमालौता में बाबूलाल पुत्र मूलाराम गरवा के घर में मकान के पीछे लगी खिडक़ी को तोडक़र करीबन 11 तोला सोने के और 1 किलोग्राम चांदी के जेवरात अज्ञात चोर चुरा ले गए, उसी रात को हुई दूसरी वारदात में इन्द्रसिंह पुत्र भंवरसिंह निवासी गुढ़ा जगमालौता ने बताया कि उनकी प्राईवेट स्कूल और भाई दिपेन्द्र सिंह के मकान की भी $िखडक़ी तोडक़र 20 हजार की नकदी के साथ करीबन 4 लाख के सोने चांदी के आभूषण चोरी कर अज्ञात चोर ले गए है। वारदातों का खुलासा हो उससे पूर्व ही 30 अगस्त 2025 की रात को चोरों ने पिर धावा बोला और उसी गांव के रेवताराम ढ़ाका पुत्र नारायणराम जाट के 24.50 तोला सोने के और 1 किलोग्राम चांदी के विभिन्न आभूषण मकान के पीछे की दिवार में लगी खिडक़ी को तोडक़र फरार हो गए। तीनों वारदातों में अज्ञात चोरों ने एक ही तरीका अपनाया। पुरानी वारदातों का खुलासा नहीं होने और लाखों के आभूषण चोरी होने की घटना से ग्रामीणों में रोष व्याप्त हुआ और पूर्व सरपंच जवानाराम ढ़ाका, दातारसिंह, उदाराम, सुखाराम, राकेश बिसू, सुशील परासरिया, रामरतन, राकेश बुगालिया, प्रकाश पुरी, हेमाराम, भंवरलाल, रामलाल, सुखदेव जांगिड़, केशाराम, सुनिल ढ़ाका, मिटूराम, जंवरीराम सहित सैकड़ों ग्रामीणों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए थांवला थाने का घेराव किया और थाना परिसर में जम गए। थानाधिकारी विमला चौधरी की नदारदगी से परेशान ग्रामीणों ने घटना का खुलासा करने की मांग की तो एक पुलिसकर्मी ने कह दिया कि चोर के माथे पर थोड़ी लिखा होता है जिससे ग्रामीण भडक़ गए और उच्चाधिकारी को मामले की सूचना मिलने पर वह थाने आए और ग्रामीणों से समझाईश की। 6 घण्टे बाद ग्रामीणों ने पंाच दिन का अल्टीमेटम देकर मामले को शांत किया लेकिन पुलिसकर्मी के बेतुके बयान को लेकर दिनभर चर्चाएं जारी रही।
इनका कहना है कि. . .
नहीं, नहीं, किसी पुलिसकर्मी द्वारा ऐसा कहने की कोई बात नहीं है, ग्रामीणों से समझाईश कर मामले का खुलासा करने का आश्वासन दिया गया है, मैं दिनभर इसी मामले में व्यस्त हूं, मेेड़ता से डीएसटी टीम भी मौका मुआयना करने आई और हमने वारदातों का खुलासा करने के लिए पांच दिन का समय मांगा है।
जयप्रकाश बेनीवाल, डेगाना, डीवाईएसपी


