बजरंग आचार्य
स्मार्ट हलचल|राजस्थान में खेल शिक्षा और सुविधाओं के विकास में एक बड़ी समस्या सामने आई है। इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए गौरव राठौड़ और रोनक,सुमन ने विधायक मनोज न्यांगली से उनके निवास पर मुलाकात की।
इस बैठक का मुख्य विषय राजस्थान स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी अधिनियम 2013 था। यह अधिनियम 12 साल पहले पारित हुआ था, लेकिन अब तक यह विश्वविद्यालय ज़मीन पर नहीं उतर पाया है। इस कारण प्रदेश के युवाओं और खिलाड़ियों को अच्छी खेल शिक्षा, अनुसंधान और आधुनिक प्रशिक्षण की सुविधाओं से वंचित रहना पड़ रहा है।
बैठक में गौरव राठौड़ और रोनक सुमन ने इस बात पर जोर दिया कि:
* अगर यह विश्वविद्यालय जल्द से जल्द स्थापित हो जाता है, तो यह राजस्थान को खेल शिक्षा और अनुसंधान का केंद्र बना सकता है।
* हरियाणा, पंजाब और मणिपुर जैसे राज्यों ने अपने खेल विश्वविद्यालयों के ज़रिए ओलंपिक स्तर के खिलाड़ी तैयार किए हैं, जबकि राजस्थान इस क्षेत्र में काफी पीछे है।
* विश्वविद्यालय की स्थापना से प्रदेश के युवाओं को एक मजबूत मंच मिलेगा, जिससे उन्हें ओलंपिक और दूसरे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन करने के मौके मिलेंगे।
विधायक मनोज न्यांगली ने इस मुद्दे को बहुत गंभीरता से सुना और आश्वासन दिया कि वह इस मामले को सही मंच तक पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।