इंद्रदेव भी हुए दर्शन को आतुर, झमाझम बरसकर किया सांवलिया का सत्कार।
ओम जैन
शंभूपुरा।स्मार्ट हलचल|जल झूलनी एकादशी पर सांवलिया सेठ की धरती भक्ति, भाव और आस्था से सराबोर हो उठी। बुधवार को राजभोग आरती के बाद शहर भ्रमण पर निकले भगवान के बाल विग्रह का स्पर्श करने मानो इंद्रदेव भी धरती पर उतर आए हों। दिनभर मेघ झूम-झूमकर बरसे और श्रद्धालुओं के उत्साह को दुगुना कर दिया।
रजत रथ में विराजित सांवलिया सेठ की शोभायात्रा निकली तो गलियां में हाथी-घोड़ा-पालकी “जय कन्हैया लाल की, नंद के आनंद भयो एवं सांवरिया सेठ की जय हों के जयकारों से गूंज उठीं। अबीर-गुलाल, बैंड-बाजों की स्वरलहरियां और भक्तों का नृत्य हर दृश्य में भक्ति और उल्लास का अद्भुत संगम बिखरा।
सांवलिया सरोवर घाट पर भगवान का जल स्नान और विशेष पूजा ने मानो प्रकृति व ईश्वर का अद्भुत मिलन करा दिया। इसी दौरान इंद्रदेव की वर्षा ने हर भक्त का तन-मन भिगोकर इस आस्था पर्व को और भी अलौकिक बना दिया।
मंदिर बोर्ड चेयरमैन जानकीदास, सांवलिया मंदिर मंडल की सीईओ एडीएम प्रभा गोतम, बोर्ड सदस्य सहित हजारों ग्रामीण और श्रद्धालु इस अनूठे आध्यात्मिक क्षण के साक्षी बने।
तीन दिवसीय मेले का गुरुवार को समापन
गुरुवार को मीरा रंग मंच पर सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ तीन दिवसीय मेले का समापन होगा। इस दौरान दिव्यांगों को स्कूटी वितरण और प्रतिभावान विद्यार्थियों का सम्मान किया जाएगा।