दिलखुश मीणा
सावर (अजमेर)@स्मार्ट हलचल|गोरधा पंचायत क्षेत्र के चिकल्या व लोधा झोपड़ा गांवों में भारी बारिश और समीपवर्ती बांधों के ओवरफ्लो से हालात बेकाबू हो गए थे। गांवों का संपर्क बाहरी दुनिया से पूरी तरह कट गया, बीमार, बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं और बच्चे इलाज के अभाव में परेशान हो रहे थे। संकट की इस घड़ी में ग्रामीणों ने प्रशासन से गुहार लगाई और सावर पंचायत समिति के नेतृत्व लिखित प्रार्थना पत्र मीडिया के माध्यम अपनी प्रमुख मांगें रखीं।
ग्रामीणों की प्रमुख मांगें
1. गोरधा के समीप स्थायी पुलिया का निर्माण कराया जाए, ताकि भविष्य में बारिश के दिनों में गांव का आवागमन बाधित न हो।
2. तत्काल प्रभाव से चिकित्सा शिविर लगाकर दवाइयों व चिकित्सक की व्यवस्था की जाए।
3. आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं को स्थायी रूप से सुनिश्चित किया जाए।
4. प्रशासनिक टीम गांव आकर मौके पर स्थिति का प्रत्यक्ष निरीक्षण करे।
पंचायत समिति सदस्य जेतु देवी मीणा, देबी लाल लोधा, शंकर मीणा प्रसाद, दलपत, गणेश लाल, राजू, महादेव मीणा, हनुमान, सुरेश, फोरू शोभाग, किशन, देवराज, जीवण लाल, अंम्बा लाल, भोलु, रामभरोस, किशन, रतिराम सहित सैकड़ों ग्रामीण इस दौरान मौजूद रहे और अपनी समस्याओं को साझा किया।
प्रशासन की त्वरित सक्रियता
गुरूवार को ग्रामीणों की मांगों पर सावर प्रशासन ने तत्परता दिखाई और तुरंत मौके पर पहुंचा। एसडीएम आस्था शर्मा ने स्वयं हालात का जायजा लिया। उनके साथ तहसीलदार भगवती प्रसाद वैष्णव, ब्लॉक मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. राजेश गुप्ता और गिरदावर सत्यनारायण मीणा सहित अन्य अधिकारी भी निरीक्षण में शामिल रहे।
निरीक्षण के दौरान एसडीएम आस्था शर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रभावित क्षेत्रों में –
आपातकालीन चिकित्सा सुविधा और दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
राहत कार्यों को शीघ्रता और संवेदनशीलता से संचालित किया जाए।
स्थिति पर नियमित निगरानी रखी जाए और हर जरूरत पर तुरंत मदद उपलब्ध कराई जाए।
ग्रामीणों को भरोसा
एसडीएम ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार किया जाएगा। खासकर पुलिया निर्माण का प्रस्ताव उच्च अधिकारियों को भेजा जाएगा, ताकि भविष्य में आवागमन बाधित न हो।