बजरंग आचार्य
स्मार्ट हलचल|नगरपालिका के कार्यकारी अधिकारी (ईओ) राकेश कुमार अरोड़ा ने हाल ही में एक वरिष्ठ सहायक राजेश गुर्जर के खिलाफ पुलिस थाना में शिकायत दर्ज कराई है। यह शिकायत नगरपालिका से संबंधित महत्वपूर्ण फाइलों के गायब होने और उन्हें उचित रूप से हस्तांतरित (हैंडओवर) न करने के संबंध में है।
यह मामला तब सामने आया जब सादुलपुर के विधायक मनोज कुमार न्यांगली ने विधानसभा में नगरपालिका में हुए कथित भ्रष्टाचार को लेकर याचिका (याचिका संख्या 456/25) दायर की। विधायक ने 2021 से 2024 के बीच हुए विकास कार्यों के भुगतान और फाइलों के गायब होने का मुद्दा उठाया था।
जांच में हुआ खुलासा
इस याचिका के बाद, स्वायत्त शासन विभाग ने नगरपालिका से तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी। नगरपालिका ने अपने जवाब में बताया कि विधायक द्वारा मांगी गई फाइलें कार्यालय में उपलब्ध नहीं हैं। राजेश गुर्जर, जो 11 फरवरी 2022 से 14 मार्च 2024 तक लेखा, निर्माण, भंडार और स्थापना शाखाओं के प्रभारी थे, उन्होंने अपना तबादला होने के बाद भी इन फाइलों का चार्ज नए अधिकारी को नहीं सौंपा।
बिना हैंडओवर के ही स्थानांतरित हुए अधिकारी
राजेश गुर्जर का तबादला पिलानी नगरपालिका में हुआ था और उन्होंने वहां बिना राजगढ़ से कार्यमुक्त हुए ही अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी। इस पर नगरपालिका ने उन्हें कई बार पत्र लिखकर फाइलें हैंडओवर करने को कहा, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
ऑडिट दल को भी नहीं मिलीं फाइलें
फरवरी 2025 में स्थानीय निधि अंकेक्षण विभाग का एक जांच दल भी नगरपालिका पहुंचा, लेकिन उन्हें भी जरूरी फाइलें नहीं मिल पाईं। नगरपालिका के सभी शाखा प्रभारियों ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि संबंधित फाइलें कार्यालय में उपलब्ध नहीं हैं।
उच्चाधिकारियों के निर्देश पर कार्रवाई
इन सभी घटनाओं के बाद, स्वायत्त शासन विभाग, जयपुर ने 14 अगस्त 2025 को राजेश गुर्जर के खिलाफ पुलिस में मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए। इन निर्देशों के आधार पर, राकेश कुमार अरोड़ा ने 3 सितंबर 2025 को राजगढ़ पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने राजेश गुर्जर के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 316(5) और 303(2) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सहायक उप निरीक्षक श्यामलाल को इस मामले की जांच सौंपी गई है।
राजेश गुर्जर पर आरोप है कि उन्होंने वर्ष 2022 से 2024 के बीच किए गए कार्यों से संबंधित महत्वपूर्ण फाइलें और रजिस्टर नए अधिकारी को नहीं सौंपे, जिसके कारण वे फाइलें गायब हैं। फिलहाल, मामले की जांच जारी है।