पेसवानी
स्मार्ट हलचल|शाहपुरा में रविवार सुबह एक दुखद हादसा सामने आया, जब समेलिया खाल में तेज बहाव के कारण एक कार बह गई। हादसे में एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दूसरा युवक ग्रामीणों और एसडीआरएफ की टीम की मदद से सुरक्षित बाहर निकाला गया। मृतक की पहचान घेवरचंद गुर्जर (34), पुत्र उगमलाल गुर्जर, निवासी कासोरिया के रूप में हुई है।
यह हादसा विशेष रूप से चिंता का विषय इसलिए बन गया क्योंकि हादसे के केवल एक दिन पहले विधायक डॉ. लालाराम बैरवा की अध्यक्षता में आयोजित समीक्षा बैठक में विधानसभा क्षेत्र के तीनों उपखंड अधिकारियों को निर्देशित किया गया था कि जहां कहीं भी तेज बहाव है, वहां का रास्ता जनता के लिए पूरी तरह बंद किया जाए, ताकि जलजनित दुर्घटनाओं से बचा जा सके। मुख्यमंत्री के आदेशानुसार आयोजित इस बैठक में दिए गए निर्देशों की पालना न होने के कारण यह त्रासदी सामने आई है।
घटना रविवार सुबह समेलिया खाल पर घटित हुई, जहां कार तेज बहाव में बह गई। कार में सवार मृतक घेवर गुर्जर और कमलेश बलाई, चलानिया भेरूनाथ के दर्शन कर अपने गांव कासोरिया लौट रहे थे। अचानक खाल का पानी तेजी से बढ़ गया और लगभग ढाई फीट से ज्यादा पानी बहने लगा। कार समेलिया खाल के बीच में पहुंचते-पहुँचते असंतुलित हो गई और बह गई। पास में खड़े ग्रामीणों ने रस्से का उपयोग कर खाल में उतरकर कमलेश बलाई को सुरक्षित निकालने में सफलता प्राप्त की, लेकिन घेवर गुर्जर कार में ही फंस गया। दो घंटे के अथक प्रयास के बाद शव को निकाला गया।
घटनास्थल से शव को पोस्टमार्टम के लिए शाहपुरा जिला चिकित्सालय लाया गया। विधायक डॉ. लालाराम बैरवा भी जिला चिकित्सालय पहुंचे और मृतक के परिवारजनों को सांत्वना दी। उन्होंने कहा कि यह दुर्घटना अत्यंत दुखद है। उन्होंने मृतक परिवार को राज्य सरकार द्वारा निर्धारित आर्थिक सहायता दिलवाने का भरोसा दिया और शाहपुरा व बनेड़ा उपखंड अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए।
विधायक बैरवा ने पत्रकारों से बातचीत में स्पष्ट कहा, हमारी समीक्षा बैठक में स्पष्ट निर्देश दिये गये थे कि तेज बहाव वाले मार्गों को अवरुद्ध किया जाये। यदि यह निर्देश सही से अमल में लाया गया होता तो यह हादसा नहीं होता। प्रशासनिक कार्यप्रणाली में इस मामले में लापरवाही सामने आई है। हम इस पर पूरी गंभीरता से कार्रवाई करेंगे। विधायक बैरवा ने बताया कि इस हादसे की वजह से प्रशासनिक अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठते हैं। उन्होंने कहा कि आगामी समय में इस प्रकार की लापरवाही को दोबारा न दोहराया जाए, इसके लिए सभी जिम्मेदार अधिकारियों को कड़ा निर्देश दिया जाएगा। उन्होंने परिवार को हर संभव सहायता उपलब्ध कराने का आश्वासन भी दिया।
एसडीआरएफ की टीम और ग्रामीणों ने घटनास्थल पर पहुँचकर बचाव कार्य में पूरी तत्परता दिखाई। घायल युवक कमलेश बलाई को सुरक्षित बचा लिया गया। वहीं, घेवर गुर्जर का शव पोस्टमार्टम पश्चात परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर गहराई से जांच शुरू कर दी है।
समेलिया व आस पास के स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले कुछ वर्षों में कई बार समेलिया खाल में पानी का तेज बहाव देखा गया है, लेकिन उसके बावजूद आवश्यक सावधानियां नहीं बरती जा रही हैं। उनका यह भी कहना है कि अगर समय पर खाल के मार्ग को बंद किया जाता तो यह हादसा टल सकता था। इस हादसे ने प्रशासन और अधिकारियों की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़ा कर दिया है। लोगों में भारी आक्रोश व्याप्त है और वे संबंधित अधिकारियों से तत्काल जवाबदेही की मांग कर रहे हैं।