सवाईपुर ( सांवर वैष्णव ):- कस्बे सहित भीलवाडा डिविजन के बेगू, बिजोलिया, कोटड़ी, मांडलगढ़, जहाजपुर, रावतभाटा आदि के गांवो में अफीम फसल बुआई की जाती है ।अफीम एक औषधीय मादक पदार्थ हे, अफीम उत्पादन से अफीम काश्तकार कम खेती से अच्छा मुनाफा कमा सकते है । जिन्हे भारत सरकार द्वारा गजट नोटिफिकेशन जारी कर हर वर्ष नीति बनाकर पात्र अफीम किसानों को बुआई हेतु पट्टे ( लाइसेंस ) जारी सितंबर माह के अंतिम पखवाड़े के आसपास जारी करती हैं इस वर्ष नारकोटिक्स विभाग ने भारत सरकार के दिशा निर्देश एवम भारतीय किसान संघ द्वारा समय पर नीति जारी करने हेतु दिए ज्ञापन को मध्य नजर रखते हुए वर्ष 2025- 26 में अफीम बुआई हेतु पात्र किसानों को सितंबर के प्रथम पखवाड़े में ही अफीम नीति जारी होने से किसानों के चेहरे पर खुशी की चमक है, वही भारतीय किसान संघ ने समय पर नीति जारी करने को लेकर भारत सरकार का आभार जताया लेकिन सी पी एस पद्धति के तहत वर्ष 2022- 23 में 67.5 किलो ग्राम प्रति दस आरी दिए उन्हें एवम 2024- 25 में 80 से 90 प्रति दस आरी दिए जाने वाले लाइसेंस धारक को दस आरी के बजाय पांच आरी करने वही, 80 किलो ग्राम दस आरी में कम डोडा चूरा देने वाले खाताधारक को होल्ड कर दिया जिससे आक्रोश है ।।
पॉलिसी में जिन किसानों ने वर्ष 2024- 25 में 90 किलो प्रति 10 आरी सीपीएस वालों ने डोडा चूरा दिया,वह इस वर्ष फसल चिरiई लुआई कर सकेंगे।2023- 24 फसल वर्ष में 67,5 किलो प्रति 10 आरी दिया उन्हें रोक दिया गया था जिन्हे इस वर्ष पट्टे जारी किए उनके लिए सरकार को बधाई,सीपीएस वालों को 5 आरी किया इसका विरोध करते हैं वह सरकार से मांग करते हैं कि इस पर पुनर्विचार किया जावे वह लुवाई वाले 4.2 की बजाय 3:00 मार्फिन की जाए इसके लिए सरकार को पुनर्विचार करना चाहिए ।।
बद्रीलाल तेली
भारतीय किसान अफीम आयाम प्रांत अध्यक्ष
नई अफीम नीति 2025-26 समय पर जारी कर दिये जाने पर भारतीय किसान संघ राजस्थान प्रदेश,वित्त मंत्रालय भारत सरकार का आभार व्यक्त करता है । यह अफीम किसानों के हित का निर्णय है। किसान समय पर खेत की तैयारी और बुवाई कर सकेंगे ।।
रामपाल जाट
जिला अफीम आयाम प्रमुख भारतीय किसान संघ भीलवाड़ा