भीलवाड़ा: भीलवाड़ा जिले की शाहपुरा पंचायत समिति के फूलिया कला ग्राम में सोमवार को एक भयावह हादसा सामने आया जहां जयपुर के शिवदासपुरा में 14 सितंबर को हुए कार हादसे में चार लोगों की मौत के शोक में अंतिम संस्कार करने आए परिवारजन व ग्रामीणों ने अंतिम क्रिया संस्कार के बाद खारी नदी के एनिकट में नहाने उतरे सात युवकों में से दो की मृत्यु हो गई है, एक युवक अभी भी लापता जिसकी तलाश की जा रही है वही चार को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
14 सितंबर की सुबह जयपुर के शिवदासपुरा में हुई कार दुर्घटना में फूलिया कला के अशोक वैष्णव, उनकी पत्नी सीमा देवी, बेटा रोहित और पोता गजराज समेत रामराज वैष्णव परिवार के तीन सदस्य भी हादसे का शिकार बने थे। रविवार को हुए इस दर्दनाक हादसे में सात लोगों की मृत्यु हो गई थी। सोमवार सुबह फुलिया कला गांव के रहने वाले पति-पत्नी , बेटा और पोते के शव गांव पंहुचे उनका अंतिम संस्कार फुलिया कला गांव के धानेश्वर रोड स्थित शमशान घाट में विदाई दी गई। इस दौरान बड़ी संख्या में गांववासी व आसपास के लोग शामिल हुए।
अंतिम संस्कार के पश्चात् ग्रामीण और परिजन खारी नदी के एनिकट पर नहाने के लिए पहुंचे। इसी दौरान विजय प्रताप सिंह (30), मुकेश गोस्वामी (25), महेंद्र माली (25), बरदी चंद (34), महेश (35), राकेश (28) व जीवराज (30) नदी में डूबने लगे वहां मौजुद ग्रामीणों की त्वरित पहल से राकेश, जीवराज, विजय प्रताप सिंह व मुकेश गोस्वामी को किसी तरह नदी से बाहर निकाला गया। इन चारों को फूलिया कला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। गंभीर हालत को देखते हुए तीन युवकों विजय प्रताप सिंह, मुकेश गोस्वामी व राकेश को शाहपुरा जिला चिकित्सालय रेफर किया गया वहीं महेंद्र माली और बरदी चंद की मौत हो गई। उनकी बॉडी को नदी से बाहर निकाल लिया गया है। महेश पुत्र राधेश्याम शर्मा अब भी लापता है। उसकी खोज जारी है। स्थानीय प्रशासन ने उसकी खोज के लिए सतत प्रयास शुरू कर दिए हैं।
हादसे की सूचना मिलते ही भीलवाड़ा सांसद दामोदर अग्रवाल, विधायक डॉ. लालाराम बैरवा, जिला कलेक्टर जसमीत सिंह संधु शाहपुरा जिला चिकित्सालय पहुंचे। उन्होंने अस्पताल में भर्ती तीनों युवकों की स्वास्थ्य स्थिति का जायजा लिया और चिकित्सकों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए ताकि उन्हें उचित चिकित्सा सुविधा मिल सके।
सांसद व विधायक ने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और प्रशासन से आवश्यक मदद उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। जिला कलेक्टर ने हादसे की जांच कराने के साथ-साथ पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता देने की प्रक्रिया भी तेज करने के आदेश दिए।