संचालक मंडल का सामूहिक इस्तीफा, बद्रीलाल जाट को हटाने की मांग।
ओम जैन
शंभूपुरा।स्मार्ट हलचल|चित्तौड़गढ़ जिले की डेयरी संघ में गड़बड़ियों और अनियमितताओं को लेकर बड़ा धमाका हो गया है। डेयरी संचालक मंडल के आठ सदस्यों ने सामूहिक इस्तीफा देकर वर्तमान चैयरमेन बद्रीलाल जाट जगपुरा को तुरंत बर्खास्त करने की मांग की है।
सदस्यों का आरोप है कि 2021 में डेयरी के पास 12 करोड़ 16 लाख की एफडी, 4 करोड़ 30 लाख का शुद्ध मुनाफा, कुल 16 करोड़ 46 लाख की संपत्ति, 600 टन घी स्टॉक और 450 टन एसएनपी स्टॉक था, लेकिन बद्रीलाल जाट की मनमानी और निजी स्वार्थ के कारण डेयरी को घाटे में धकेल दिया गया।
संचालक मंडल का कहना है कि बद्रीलाल जाट ने अपने चहेतों को लाभ पहुंचाने के लिए ठेकेदारों को तय लागत से अधिक दरें देकर संघ को करोड़ों का नुकसान पहुंचाया। इतना ही नहीं, अपने विधायक बनने के उद्देश्य से “दूध दिवस” और “बड़ीसादड़ी खेल महोत्सव” जैसे अनावश्यक आयोजन कराए गए और डेयरी के संसाधनों का जमकर दुरुपयोग हुआ।
सदस्यों ने कहा कि चैयरमेन ने अपने निजी स्वार्थ के लिए डेयरी को साधन बना लिया है और अब अपने घोटालों की पोल खुलने के डर से राजनीतिक द्वेषता का आरोप लगाकर किसानों और उपभोक्ताओं को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।
मार्च 2023 की ऑडिट रिपोर्ट में डेयरी को ₹4,60,12,911 का शुद्ध घाटा दर्शाया गया है, जिसका सीधा बोझ किसानों और उपभोक्ताओं पर पड़ा है। संचालक मंडल ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने जल्द कार्रवाई कर बद्रीलाल जाट को पद से नहीं हटाया तो वे बड़े आंदोलन की राह पकड़ेंगे।
सामूहिक इस्तीफा देने वालों में जमनालाल जाट, मदनलाल जणवा, भैरूलाल जाट, सीतादेवी अहीर, उमा जाट, सुमन देवी सहित कुल आठ सदस्य शामिल हैं।