शाश्वत तिवारी
पोर्ट मोरेस्बी। विदेश राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा 16 सितंबर को पापुआ न्यू गिनी की स्वतंत्रता की 50वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। मंगलवार तड़के पोर्ट मोरेस्बी में संसद के पास इंडिपेंडेंस हिल पर आयोजित भव्य समारोह में शामिल होने से पहले मार्गेरिटा ने पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मारापे से मुलाकात की और पीएम मोदी और भारत की जनता की ओर से उन्हें हार्दिक शुभकामनाएं दीं। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच आपसी व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने पर भी उपयोगी चर्चा हुई।
राज्य मंत्री ने अपने इस दौरे के दौरान पापुआ न्यू गिनी के प्रमुख व्यवसायियों और यहां रहने वाले भारतीय मूल के लोगों से भी मुलाकात की। मार्गेरिटा ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जानकारी साझा करते हुए लिखा पापुआ न्यू गिनी के प्रमुख व्यवसायियों, जिनमें देश के कपड़ा क्षेत्र के प्रमुख भारतीय उद्यमी भी शामिल थे, के साथ उपयोगी और रोचक चर्चा हुई। द्विपक्षीय व्यापार संबंधों को और मजबूत करने के तरीकों पर विचार-विमर्श किया गया।
उन्होंने एक अन्य पोस्ट में लिखा पापुआ न्यू गिनी में हमारे जीवंत भारतीय परिवार के साथ एक भावपूर्ण शाम। 4,000 से ज़्यादा सदस्य, भारत और पापुआ न्यू गिनी के बीच एक जीवंत सेतु हैं, जो सांस्कृतिक, आर्थिक और सामुदायिक योगदान के माध्यम से हमारी साझेदारी को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
पापुआ न्यू गिनी सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने आजादी दिवस पर शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा था। हालांकि पीएम मोदी इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाए और उनकी जगह राज्यमंत्री मार्गेरिटा ने भारत का प्रतिनिधित्व किया। पापुआ न्यू गिनी प्रशांत क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण देश है और ग्लोबल साउथ (गरीब एवं विकासशील देश) में आता है। चूंकि भारत अब ग्लोबल साउथ की एक बुलंद आवाज बनकर उभरा है, इसलिए पिछले कुछ वर्षों के दौरान भारत और पापुआ न्यू गिनी के बीच मित्रता बढ़ी है।
विदेश मंत्रालय के एक बयान के अनुसार मई 2023 में पोर्ट मोरेस्बी में प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में भारत-प्रशांत द्वीप समूह सहयोग मंच (फिपिक) के ऐतिहासिक तीसरे शिखर सम्मेलन के बाद राज्य मंत्री की यह यात्रा प्रशांत द्वीप देशों (पीआईसी) के नेतृत्व के साथ हमारे जुड़ाव को जारी रखने का अवसर प्रदान करेगी।