दिनेश साहू
आसींद :स्मार्ट हलचल|लंबे समय से अधूरी पड़ी नेशनल हाईवे 158 परियोजना पर लगातार राजनीतिक प्रशासनिक दबाव का आखिरकार असर हुआ है। इस हाईवे को, जो आसींद, मांडल और ब्यावर के बीच ‘मौत का रोड’ के रूप में कुख्यात हो चुका था, अब राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने गंभीरता से लिया है।
गुरुवार को NHAI के अधिकारियों ने पुलिस और कई अन्य विभागों के साथ मिलकर एक बड़ा अभियान चलाया। इस दौरान, हाईवे के निर्माण में बाधा बन रहे अवैध मकानों और ढांचों को गिराया गया। इस कार्रवाई के दौरान मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात था ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोका जा सके।
आसींद विधायक जब्बर सिंह सांखला ने भी इस अधूरे हाईवे के मुद्दे को विधानसभा में उठाया था। सड़क सुरक्षा और सुगम आवागमन सुनिश्चित करने के लिए इस हाईवे का निर्माण कार्य जल्द से जल्द पूरा करना जरूरी है, और प्रशासन की यह सख्ती इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।