भीलवाड़ा, पुनित चपलोत । प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के भीलवाड़ा दौरे से ठीक पहले भीलवाड़ा कलेक्ट्रेट गेट पर सांवरमल सुसाइड मामले को लेकर सिखवाल और सर्व ब्राह्मण समाज के लोग मंगलवार को धरने पर बैठ गए। न्याय की मांग कर रहे लोगों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ा। घटना के बाद एक बारगी माहौल तनावपूर्ण हो गया और शहर में चर्चा छिड़ गई। 16 सितंबर को अजमेर रोड स्थित सुखाडिय़ा सर्किल पर गायत्रीनगर निवासी सांवरमल शर्मा का रेलवे पटरी पर शव मिला था। परिजनों ने इसे आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या या प्रताडना से प्रेरित घटना बताया। मृतक के भाई ने साफ तौर पर कहा था कि सांवरमल की मौत के लिए उसकी पत्नी, सास और दो पुलिसकर्मी जिम्मेदार हैं। मामले में नौ दिन गुजर जाने के बाद भी ठोस कार्रवाई नहीं होने पर ब्राह्मण समाज के लोग मंगलवार दोपहर बड़ी संख्या में कलेक्ट्रेट पहुंचे। उनका आरोप था कि पुलिस सिर्फ दिखावटी कार्रवाई कर रही है। गुस्से में लोग धरने पर बैठ गए और सीएम विजिट से पहले पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। जिला पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह यादव ने कहा कि मृतक की पत्नी को संदेह के आधार पर गिरफ्तार किया गया है और एक पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर दिया गया है। उनकी मानें तो जांच निष्पक्ष तरीके से आगे बढ़ रही है। लेकिन समाज का आरोप है कि मुख्य आरोपितों को बचाने की कोशिश की जा रही है। पुलिस ने बार-बार समझाइश कर बताया की सीएम का काफिला इसी रास्ते से निकलना है, लेकिन जब लोग नहीं माने तो हल्का बल प्रयोग करते हुए लाठीचार्ज कर दिया गया। अचानक हुए इस लाठीचार्ज से भीड़ में भगदड़ मच गई। कई लोग घायल भी हुए। लाठीचार्ज को लेकर ब्राह्मण समाज के लोगों में एक बारगी रोष व्याप्त हो गया। समाज के लोग आपस में ही खींचतान करने लगे । अखिल भारतीय सिखवाल ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजमल शर्मा ने कहा कि आंदोलन में असामाजिक तत्व घुस आए थे, जिससे स्थिति बिगड़ी। उन्होंने मांग की कि पुलिस तुरंत निष्पक्ष कार्रवाई कर सांवरमल को न्याय दिलाए।



