नारायणपुर ।स्मार्ट हलचल|उपखण्ड़ के शहीद भंवरसिंह शेखावत स्मारक मोहल्ला तलूंडी का में शहीद भंवरसिंह शेखावत की आठवीं शहादत दिवस पर आशीर्वाद ब्लड बैंक कोटपुतली द्वारा स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में श्री कृष्णा शिक्षा एवं ग्रामीण विकास समिति द्वारा चलाए जा रहे पर्यावरण बचाओ पेड़ पौधे लगाओ महा अभियान के तहत सचिव सुनील कुमार शर्मा के नेतृत्व में शहीद भंवरसिंह शेखावत की पुण्य स्मृति पर अध्यक्ष वैद्य भवानीशंकर शर्मा, निदेशक मोनू शर्मा, संगठन मंत्री महेश चंद सैनी, महिला अध्यक्ष पिंकी मीणा, नारायणपुर सीएचसी प्रभारी डॉ. पूरणमल चौधरी, बानसूर बीसीएमएचओं डॉ. दीपेंद्रसिंह शेखावत, डॉ. दिनेश कुमार यादव, बसई जोगियान सरपंच श्यामसिंह तंवर, शहीद के पिता रघुवीरसिंह शेखावत, वीरांगना अर्चना कंवर, कांग्रेस नगर अध्यक्ष सुभाष सैनी ने एक पौधा शहीद भंवरसिंह शेखावत के नाम लगाकर रक्तदान शिविर का विधिवत रूप से शुभारंभ किया गया। इसके उपरांत संस्था द्वारा शहीद की प्रतिमा को माला पहनाकर व श्रद्धांजलि अर्पण कर वीरांगना को माला पहनाकर एवं प्रतीक चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया। वहीं सरपंच श्यामसिंह तंवर द्वारा शहीद परिवार को साफा बांधकर एवं वीरांगना को शोल पहनाकर भव्य सम्मान किया गया। इस अवसर पर रक्त वीरों ने बढ़ चढ़कर रक्तदान किया। रक्तदान करने वाले सभी रक्त वीरों का शहीद परिवार की ओर से प्रमाण पत्र, बैग, व बोतल देकर सम्मानित किया गया। रक्तदान शिविर के अंतर्गत 63 यूनिट रक्तदान एकत्रित किया गया। निदेशक मोनू शर्मा ने बताया कि किसी का जीवन बचाने के लिए रक्तदान करना जरूरी है। अपने लिए तो सभी जीते हैं, पर दूसरों के लिए जीना बड़ी बात है। ब्लड डोनेट करके लोगों की मदद की जा सकती है। रक्तदान महादान है। इसे जीवन दान के बराबर माना जाता है। रक्तदान न केवल अन्य व्यक्ति के जीवन को बचाता है बल्कि यह रक्त देने वाले को भी स्वस्थ बनाने में भी मदद करता है। इसलिए यह दोनों के लिए फायदेमंद है। वहीं ऑक्सीजन बैक टू एनवायरनमेंट के सपने को साकार करने व इस पुण्यस्मृति को यादगार बनाने के लिए पौधारोपण किया गया है जो अच्छी पहल है, यह आम जनता को पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित करेगी। इस अवसर पर रोशनसिंह शेखावत, मानसिंह शेखावत, रामचंद्र सैनी, कृपा देवी, भाजपा मंडल अध्यक्ष संदीप सैनी, राकेश दायमा, ओमप्रकाश गुर्जर, विरेंद्रसिंह शेखावत, लेखराज मीणा, गोविंदसिंह, मनोहरसिंह नायक, रोहिताशसिंह, नत्थूराम प्रजापत, किशोरसिंह सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।


