बूंदी-स्मार्ट हलचल|जिला पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र कुमार मीणा (IPS) ने बताया की जिले मे गुमशुदा नाबालिग बच्चो की अधिक से अधिक दस्तयाबी हेतु पुलिस मुख्यालय के निर्देशानुसार दिनांक 01 अक्टूबर 2025 से 31 अक्टूबर 2025 तक एक माह के लिये विशेष अभियान “खुशी X” चलाया जा रहा है। उक्त निर्देशो की पालना मे आज दिनांक 29.09.2025 को नोडल अधिकारी जसवीर मीणा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महिला अपराध अनुसंधान सेल बून्दी की अध्यक्षता में कार्यालय पुलिस अधीक्षक जिला बून्दी मे मिटिंग का आयोजन किया गया।
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य गुमशुदा नाबालिक बच्चों की तलाश एवं उनकी सुरक्षित घर वापसी सुनिश्चित करने बच्चों को जल्द से जल्द उनके परिवार से मिलाना और उनके पुनर्वास की प्रक्रिया को तेज करना है तथा अभियान के तहत जिले में बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, धार्मिक स्थल, सार्वजनिक स्थानों एवं अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में तलाशी अभियान चलाया जावेगा तथा गठित पुलिस टीमों द्वारा विभिन्न शेल्टर होम्स, चाइल्ड केयर सेंटर एवं अन्य स्थानों पर जाकर गुमशुदा बच्चों की पहचान कर माता पिता / परिजनो के सिपुर्द किया जावेगा। बैठक में अभियान को सफल बनाने हेतु पुलिस बाल कल्याण अधिकारियो को गुमशुदा बालक-बालिकाओ को अधिक से अधिक दस्तयाब किये जाने हेतु गुमशुदा बच्चों का विवरण वात्सल्य वेब पोर्टल पर अपलोड करने के निर्देश दिये गये।
विशेष अभियान में सोशल मीडिया, स्थानीय समाचार पत्रों एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से गुमशुदा बच्चों की जानकारी को अधिकतम लोगों तक पहुँचाने का प्रयास किया जावेगा ताकि आमजन भी इस मुहिम में सहयोग कर सकें। बैठक के दोरान घनश्याम स.उ.नि. प्रभारी मानव तस्करी विरोधी यूनिट बून्दी मय टीम, हुकमचन्द जाजोरिया बाल अधिकारिता विभाग बून्दी, घनश्याम दुबे एवं रोहिताश बाल कल्याण समिति सदस्य, शिवराज शर्मा श्रम विभाग, रामनारायण गुर्जर चाईल्ड हेल्पलाईन बून्दी, सुमन शर्मा ग्राम राज्य विकाश एवं प्रशिक्षण संस्थान बून्दी, जहीर आलम जिला समन्वयक एक्शन एड एवं यूनिसेफ बून्दी, सुरेन्द्र सैनी टेगोर निराश्रित बाल घर बून्दी, समस्त पुलिस बाल कल्याण अधिकारी बून्दी एवं बून्दी पुलिस आम नागरिकों से अपील करती है कि यदि उन्हें कोई लावारिस या गुमशुदा बच्चा दिखाई दे तो तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम 0747-2443901 या चाईल्ड हेल्पलाईन नं. 1098 या नजदीकी पुलिस थाने को सूचित करें। आपकी एक सतर्कता किसी बच्चे को उसके परिवार से मिलाने में मदद कर सकती है।


