सुनील बाजपेई
कानपुर। स्मार्ट हलचल|लगातार बढ़ती बेरोजगारी से पैदा आर्थिक तंगी युवाओं को असमय ही मौत को गले लगाने के लिए मजबूर कर रही है। ऐसी ही एक घटना में एक युवक ने फांसी लगाकर तब आत्महत्या कर ली । जब उसकी प्रेमिका के परिवार वाले घर में शादी के लिए बात करने आए थे लेकिन इसके पहले ही युवक आत्महत्या कर चुका था और उसकी लाश वहीं पर पंखे से लटकी हुई थी। घटना की वजह 10 हजार के कर्ज से जुड़ी बताई जाती है ,जो कि उसने अपनी मां के इलाज के लिए किसी दोस्त से लिए थे और उसी की वापसी के लिए उसका दोस्त उसे लगातार परेशान कर रहा था।
यह घटना सेन पश्चिमपारा में हुई।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक यशोदा नगर निवासी सुरेश चंद्र शुक्ला ने संतान न होने पर उन्होंने रावतपुर गांव निवासी साली बबली से एक साल के बेटे कृष्णा शुक्ला को गोद लिया था। वह आटो मोबाइल कंपनी में काम करता था।
सुरेश ने बताया कि बीते 28 अगस्त को पत्नी पुष्पा की हार्ट अटैक से मौत हो गई। जिसके अंतिम संस्कार के लिए बेटे ने बैंगलौर में रहने वाले दोस्त से 10 हजार रुपए उधार लिए थे।
जिसके बाद जितेंद्र पैसे वापसी के लिए कई दिनों से बेटे पर दबाव बना रहा था। जिससे परेशान होकर गुरुवार शाम करीब 6 बजे बेटे ने स्टॉल से फंदा लगा लिया।
पुलिस के अनुसार ऐन वक्त पर उसकी प्रेमिका मौके पर पहुंची और फंदा कर उसे अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम भिजवाया। वहीं, दूसरी तरफ गोद लिए हुए बेटे की मौत के बाद से परिवार बुरी तरह से टूट गया है। फिलहाल पुलिस में उसकी लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है। घटना से उसके परिवार में कोहराम मचा है।


