कोटा। स्मार्ट हलचल|विज्ञान नगर स्थित दिगंबर जैन मंदिर इन दिनों अध्यात्म, साधना और आत्मचिंतन का केंद्र बना हुआ है। परम पूज्य गणिनी प्रमुख आर्यिका श्री 105 विभाश्री माताजी एवं आर्यिका श्री 105 विनयश्री माताजी (संघ सहित) के सान्निध्य में 13 पिच्छियों का चातुर्मास उत्सव धार्मिक अनुशासन और गरिमा के साथ जारी है। विभाश्री माता जी शनिवार को सुबह 5.30 बजे विज्ञान नगर जैन मंदिर से को कुन्हाडी जैन मंदिर की ओर विहार करेंगी।
चातु.समिति अध्यक्ष विनोद टोरडी ने बताया कि दीप प्रज्वलन,शास्त्र भेट एवं पाद पक्षालन पुण्यार्जक परिवार श्रावक श्रेष्ठी पदमचन्द जैन की पुण्यस्मृति में शांतारानी, दीपक जैन डीसीएम, राजेश कुमार जैन, सुश्री रेणु जैन समस्त सिंघल परिवार को प्राप्त हुआ।
प्रवचन के दौरान गणिनी प्रमुख आर्यिका विभाश्री माताजी ने कहा किमानव जीवन ईश्वर का अनमोल उपहार है और इसका वास्तविक उद्देश्य आत्मकल्याण की ओर अग्रसर होना है। उन्होंने बताया कि तप, संयम और सदाचार ही जीवन को सार्थक बनाते हैं।
माताजी ने कहा कि आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में मनुष्य सुख की तलाश में भौतिक साधनों का सहारा लेता है, परंतु वास्तविक सुख आत्मा के भीतर ही है। आत्मा की शुद्धि और पवित्रता के बिना जीवन अधूरा है।
उन्होंने समझाया कि मनुष्य को क्रोध, लोभ, मोह, मद और माया जैसे पांच पापों से दूर रहकर पंच परमेष्ठी की शरण में रहना चाहिए।
चातुर्मास समिति कार्यध्यक्ष मनोज जैसवाल ने बताया कि आयोजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। इस अवसर पर गौरवाध्यक्ष राजमल पटौदी,महामंत्री अनिल ठौरा,मुख्य संयोजक रितेश सेठी, पवन ठौरा,त्रिलोक डुंगरवाल,चंद्र प्रकाश कोटिया,राजेंद्र बज, सुरेश हरसोरा महेंद्र पाटोदी,अरुण पांडेया आदि उपस्थित रहे।
मंगल विहार आज
चातुमार्स समिति महामंत्री राजेन्द्र गोधा ने बताया कि गणिनी आर्यिका श्री 105 विभाश्री माताजी एवं 105 विनयश्री माताजी ससंघ का विहार 4 अक्टूबर, शनिवार को प्रातः 5:30 बजे विज्ञान नगर जैन मंदिर से प्रारंभ होकर ऋद्धि सिद्धि नगर स्थित ऋद्धि सिद्धि जैन मंदिर तक होगा। गणिनी आर्यिका श्री ससंघ 4 से 5 अक्टूबर तक ऋद्धि सिद्धि जैन मंदिर में विराजमान रहेंगी, जहाँ श्रद्धालु उनके सानिध्य में धर्मलाभ प्राप्त करेंगे।
माताजी के पावन सानिध्य में 4 अक्टूबर को दोपहर 12:15 बजे ऋद्धि सिद्धि जैन मंदिर में श्री कल्याण मंदिर विधान का आयोजन होगा। समिति ने समाज के सभी धर्मप्रेमियों से इस आयोजन में सम्मिलित होकर पुण्य लाभ अर्जित करने का आह्वान किया है।28 अक्टूबर को कोटा में पहली बार 151 मंडलीय अतिशयकारी 1008 श्री सिद्ध चक्र महामंडल विधान का भव्य आयोजन ऋद्धि सिद्धि नगर में होने जा रहा है। इस आयोजन का संयोजन विराग विभाश्री बालिका छात्रावास, ऋद्धि सिद्धि नगर, कुन्हाड़ी, कोटा द्वारा किया जा रहा है। निवेदक श्री 1008 चंद्र प्रभु दिगंबर जैन मंदिर, ऋद्धि सिद्धि नगर तथा आयोजक सकल दिगंबर जैन समाज समिति कोटा है।


