पुनित चपलोत
भीलवाड़ा । भीलवाड़ा में प्रोसेस हाउस द्वारा 2% हैंडलिंग चार्ज लगाने के विरोध में शुक्रवार को कपड़ा व्यापारी लामबंद हो गए। व्यापारियों ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया। सभी व्यापारीयों जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंच एक मीटिंग की और उसके बाद कलेक्टर, एसपी और सांसद को ज्ञापन देकर 2% हैंडलिंग चार्ज हटाने की मांग की। इनका कहना है कि 2% हैंडलिंग चार्ज प्रोसेस हाउस की मनमानी है, आज 2% चार्ज लगाया है आगे इसे और बढ़ाया जाएगा। इस तरह की परिपाटी शुरू होना गलत है। इससे पूर्व मुखर्जी पार्क में व्यापारियों की ने बैठक का आयोजन किया। इस बैठक में बड़ी संख्या में शहर के कपड़ा व्यापारी इकट्ठा हुए और सभी ने एक स्वर में 2% हैंडलिंग चार्ज लगाने का विरोध किया। प्रोसेस हाउसों की ओर से एक अक्टूबर से 2 प्रतिशत अतिरिक्त हेंडलिंग चार्ज के विरोध के चलते कपड़ा व्यापारियों ने ग्रे कपड़े को प्रोसेसिंग के लिए रोक दिया। मंगलवार से 400 विविंग इकाइयों और 600 जोबर ने अपना 30 लाख मीटर ग्रे कपड़ा प्रोसेसिंग के लिए नहीं भेजा। सांसद एवं भीलवाड़ा टेक्सटाइल ट्रेड फैडरेशन के अध्यक्ष दामोदर अग्रवाल भी इसके विरोध में आ गए। उन्होंने कहा कि प्रोसेस हाउस संचालक लागत बढ़ने पर प्रोसेसिंग दरें बढ़ा सकते हैं। लेकिन, लेवी लगाना सरकार का काम है। प्रोसेस हाउस संचालकों के बीच प्रोसेसिंग चार्ज बढ़ाने को लेकर एकराय नहीं बन पाई थी। सभी प्रोसेसर्स इस बात पर सहमत नहीं थे कि दरों में सीधी बढ़ोतरी की जाए। ऐसे में एक नया रास्ता अपनाते हुए हैंडलिंग चार्ज के नाम पर 2 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लगाने का फैसला लिया गया। व्यापारियों का कहना है की इस अतिरिक्त चार्ज से उनकी लागत बढ़ रही है।


