शाहपुरा- मूलचंद पेसवानी
श्री प्रताप सिंह बारहठ राजकीय महाविद्यालय, शाहपुरा में सोमवार को राष्ट्रीय सेवा योजना (एन.एस.एस.) के त्रिदिवसीय अभिविन्यास कार्यक्रम का शुभारंभ उत्साहपूर्ण वातावरण में हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. पुष्कर राज मीणा ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर किया।
इस अवसर पर अपने उद्बोधन में डॉ. मीणा ने कहा कि “सेवा भावना ही सच्चे स्वयंसेवक की पहचान है, और इसी से समाज निर्माण संभव है।” उन्होंने एन.एस.एस. के ध्येय वाक्य “स्वयं से पहले आप” की व्याख्या करते हुए युवाओं से आह्वान किया कि वे समाज सेवा को अपने जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाएं। उन्होंने कहा कि सेवा, अनुशासन और सहयोग की भावना ही युवा पीढ़ी को राष्ट्र निर्माण में अग्रणी बनाती है।
कार्यक्रम अधिकारी प्रो. तोरण सिंह चैहान ने राष्ट्रीय सेवा योजना की वार्षिक कार्ययोजना प्रस्तुत करते हुए कहा कि स्वयंसेवक वह होता है जो समाज और राष्ट्रहित में निस्वार्थ भाव से कार्य करता है। उन्होंने बताया कि एन.एस.एस. केवल एक योजना नहीं, बल्कि जीवन जीने की एक प्रेरक शैली है जो युवा वर्ग में जिम्मेदारी और नेतृत्व का भाव उत्पन्न करती है।
कार्यक्रम के दौरान स्वयंसेविका डाली कुमारी कुम्हार ने राष्ट्रीय सेवा योजना का लक्ष्य गीत प्रस्तुत किया, जिसने उपस्थित छात्र-छात्राओं में उत्साह और प्रेरणा का संचार किया। कार्यक्रम अधिकारी डॉ. हंसराज सोनी ने एन.एस.एस. के अंतर्गत किए जाने वाले विविध सामाजिक व विकासात्मक कार्यक्रमों की रूपरेखा प्रस्तुत की और आने वाले तीन दिनों में आयोजित होने वाली गतिविधियों की जानकारी दी।
कार्यक्रम के अंत में डॉ. सोनी ने सभी अतिथियों, अध्यापकों एवं स्वयंसेवकों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापकगण, एन.एस.एस. स्वयंसेवक एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।


