दिलखुश मीणा
कुंभलगढ़(राजसमंद)@स्मार्ट हलचल|कुंभलगढ़ क्षेत्र की जनता की एक साल लंबी लड़ाई आखिरकार रंग लाई। मंगलवार सुबह सूर्योदय से पहले का वह क्षण, क्षेत्रवासियों के चेहरे पर खुशी और गर्व दोनों लेकर आया — जब राजस्थान रोडवेज की बस एक साल बाद फिर से कुंभलगढ़ की धरती पर गूंजी।सुबह ठीक 5 बजे केलवाड़ा बस स्टैंड पर जॉइंट एक्शन कमेटी और ग्रामीणों ने ऐतिहासिक पल का साक्षी बनते हुए बस को फूल-मालाओं, दुपट्टों और नारियल से सजाया। विधिवत पूजा-अर्चना के बाद चालक चेतन प्रकाश और परिचालक चन्द्रसिंह का माला-उपरना पहनाकर स्वागत किया गया, मिठाई खिलाकर सेवा का शुभारंभ किया गया।
इस ऐतिहासिक बस के पहले यात्री बने डॉ. राम मीणा, जिन्होंने उदयपुर तक का टिकट लेकर इस पुनः शुरुआत को “जनसंघर्ष की जीत” बताया।
जॉइंट एक्शन कमेटी के सदस्य किशन मेघवाल और लाखाराम भील ने कहा—
> “यह बस सिर्फ सफर नहीं, बल्कि कुंभलगढ़ की जनता की एकता और अडिग विश्वास का प्रतीक है।”
कार्यक्रम के दौरान आंदोलन के अनशनकारी प्रेम दरक, सोहन भील और भाजपा नेता अल्पेश असावा का विशेष सम्मान हुआ।
स्थानीय जनों में किशन सिंह भाटी, कैलाश सेवक, श्याम समधानी, अमित असावा, पेमाराम मेघवाल गवार, वगताराम कुचोली, वनाराम गवार, जीवनलाल भील ऊसर, कालूराम बड़गांव, स्वरूपराम दौलाराम पिपला, धुलाराम जड़फा सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे।
लंबे समय से ठप परिवहन सेवा के कारण आर्थिक, शैक्षिक और सामाजिक रूप से पिछड़ रहे कुंभलगढ़ क्षेत्र के लिए यह दिन एक नई शुरुआत लेकर आया है।
रोडवेज बस की यह पुनः शुरुआत जनता के धैर्य, संघर्ष और एकजुटता की ऐतिहासिक जीत के रूप में हमेशा याद रखी जाएगी।


