भीलवाड़ा। जिले में महिला कांस्टेबल आत्महत्या मामले में बड़ा प्रशासनिक एक्शन सामने आया है । जांच में दोषी पाए जाने के बाद एसपी धर्मेंद्र सिंह ने तत्कालीन एएसआई उपेंद्र सिंह को उनके पद से हटाकर कांस्टेबल के पद पर पदावनति (Demotion) कर दी है । यह कार्रवाई महिला कांस्टेबल सुरमा की आत्महत्या के मामले में दोषी पाए जाने पर की गई है । मामला 22 अक्टूबर 2018 का है, जब करेड़ा थाने में पदस्थापित महिला कांस्टेबल सुरमा ने थाना परिसर स्थित सरकारी क्वार्टर में आत्महत्या कर ली थी । मृतक सुरमा ने अपने आरोपों में बताया था कि तत्कालीन एएसआई उपेंद्र सिंह, जो उस समय रायपुर थाने में पदस्थापित थे, उन्हें अपमानजनक भाषा में गालियां देते और मानसिक रूप से प्रताड़ित करते थे । इसी से आहत होकर सुरमा ने अपनी जान दे दी थी । महिला कांस्टेबल की आत्महत्या के बाद पुलिस विभाग ने इस मामले को गंभीरता से लिया और आसींद डीवाईएसपी को जांच सौंपी.
। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई कि एएसआई उपेंद्र सिंह का व्यवहार पुलिस सेवा के नियमों के विपरीत था और इससे विभाग की छवि धूमिल हुई. इसके बाद विभागीय कार्रवाई नियम 16 सीसी के तहत शुरू की गई. मामले की विस्तृत जांच सहाड़ा के एएसपी को सौंपी गई । एएसपी ने पूरे मामले की गहन जांच के बाद रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें यह स्पष्ट पाया गया कि महिला कांस्टेबल सुरमा द्वारा लगाए गए सभी आरोप सही हैं.जांच रिपोर्ट के आधार पर भीलवाड़ा एसपी धर्मेंद्र सिंह ने तत्कालीन एएसआई उपेंद्र सिंह को दोषी पाते हुए सीसीए नियम 14(4) के तहत उन्हें उनके पद एएसआई से हटाकर कांस्टेबल के पद पर पदावनति की. एसपी ने कहा कि यह फैसला इस बात का उदाहरण है कि विभाग में अनुशासनहीनता और महिला कर्मियों के प्रति अपमानजनक व्यवहार को किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. एसपी धर्मेंद्र सिंह ने सख्त संदेश देते हुए कहा कि भविष्य में अगर कोई भी पुलिस अधिकारी या कर्मचारी इस तरह के मामलों में संलिप्त पाया जाता है, तो उसके खिलाफ भी कठोर विभागीय कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि महिला कर्मियों के सम्मान और विभाग की छवि की रक्षा के लिए सख्त कार्रवाई आवश्यक है. एएसआई उपेंद्र सिंह को कांस्टेबल पद पर रिवर्स (Demotion) करना इसी दिशा में पुलिस प्रशासन की गंभीरता को दर्शाता है ।


