राष्ट्रपति सचिवालय ने कांग्रेस नेता चर्मेश शर्मा की याचिका पर विदेश सचिव को दिये कार्यवाही के निर्देश
भारतीय छात्र को एयरएंबुलेंस से नई दिल्ली एम्स लाने की मांग
बूंदी- स्मार्ट हलचल|कजाकिस्तान में पिछले 10 दिन से वेंटिलेटर पर गम्भीर स्थिति में भर्ती राजस्थान के निवासी भारतीय एमबीबीएस छात्र राहुल घोसलिया को एयर एंबुलेंस एयरलिफ्ट कर दिल्ली एम्स में लाने के लिये राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नाम याचिका पर राष्ट्रपति सचिवालय ने शुक्रवार को भारत सरकार के विदेश सचिव को कार्यवाही के निर्देश दिये है। विदेश में संकटग्रस्त भारतीयों की सहायता के लिए कार्य करने वाले राजस्थान बीज निगम के पूर्व निदेशक बूंदी के कांग्रेस नेता चर्मेश शर्मा ने भारतीय छात्र का जीवन बचाने के लिये राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नाम याचिाका दायर कर भारतीय छात्र को परिजनो की इच्छानुसार एयर एंबुलेंस से एयरलिफ्ट कर कजाकिस्तान से समुचित समुचित चिकित्सा के लिये दिल्ली एम्स में लाने की मांग की थी।
10 दिन से वेंटिलेटर पर है राहुल
उल्लेखनीय है कि राजस्थान के शाहपुरा क्षेत्र के नयाबास निवासी 23 वर्ष से भारतीय छात्र राहुल घोसलिया कजाकिस्तान से कारागन्दा यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस कर रहा था। विगत 8 अक्टूबर को अचानक भारतीय छात्र राहुल घोसलिया को ब्रेन हेमराज हो गया और वह कोमा में चला गया। छात्र को कारागन्दा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया जहाँ लगातार हालात बिगड़ने पर भारतीय छात्र को वेंटिलेटर पर लेना पड़ा। पिछले 10 दिनों से भारतीय छात्र कजाकिस्तान में वेंटिलेटर पर भर्ती है।
राष्ट्रपति के नाम दायर की थी याचिका
इस मामले में पीड़ित परिवार ने उनकी परिचित बूंदी लाखेरी निवासी महिला कांग्रेस की पूर्व जिलाध्यक्ष रेखा क्लोसिया से सम्पर्क किया थ जिसके बाद क्लोसिया व भारतीय छात्र के परिजन ने चर्मेश शर्मा से मानवीय सहायता का आग्रह किया।इसके बाद शर्मा ने नई दिल्ली राष्ट्रपति भवन पहुंचकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नाम याचिका दायर की थी। राजस्थान बीज निगम के पूर्व निदेशक चर्मेश शर्मा की याचिका पर राष्ट्रपति सचिवालय ने भारत सरकार के विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री को कार्यवाही के निर्देश दिये हैं।
7 बहिनो का इकलौता भाई, पिता को लकवा
कजाकिस्तान से एमबीबीएस फाइनल पांचवे वर्ष का छात्र राहुल घोसलिया 7 बहनों का इकलौता भाई है। राहुल की सभी सातों बहिने उससे बड़ी है और वह सबसे छोटा है। राहुल के पिता बंशीधर घोसलिया भारतीय सेवा से सेवानिवृत्ति में है और वे भी लकवे से पीड़ित है। राहुल के पिता लकवा से पीड़ित होने के कारण कहीं आने जाने की स्थिति में नहीं है। एसएमएस राहुल के कजाकिस्तान में ब्रेन हेमरेज होने से पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।