टटलु गैंग का ठग गिरफ्तार, नकली सोने के नाम पर की थी धोखाधड़ी
बजरंग आचार्य
स्मार्ट हलचल|पुलिस अधीक्षक जय यादव (आई.पी.एस.) के नेतृत्व में, राजगढ़ पुलिस ने नकली सोने को असली बताकर ठगी करने वाले टटलु गैंग के एक सदस्य को गिरफ्तार कर 2,19,200 रुपये की ठगी की राशि बरामद की है।अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजगढ़ किशोरी लाल और सहायक पुलिस अधीक्षक वृत राजगढ़ अभिजीत पाटील (आई.पी.एस.) के निकट सुपरविजन में थाना हमीरवास में दर्ज मुकदमा संख्या 223/2025 धारा 318(4) बी.एन.एस. के तहत यह कार्रवाई की गई।गिरफ्तार आरोपी का नाम सवाराम उर्फ प्रकाश (उम्र 58 साल), निवासी एवडी गोल, तहसील व जिला सिरोही है, जिसने इन्द्रपुरा निवासी फरियादी रोहताश से नकली सोने के गहनों के नाम पर 2,80,000 रुपये की धोखाधड़ी की थी। आरोपी को आज दिनांक 23.10.2025 को गिरफ्तार कर लिया गया और उससे ठगी की गई राशि में से 2,19,200 रुपये बरामद किए गए।
यह है पूरा मामला
दिनांक 18.10.2025 को परिवादी रोहताश नाई, निवासी इन्द्रपुरा, पुलिस थाना हमीरवास ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि दिनांक 13.09.2025 को अनाज मंडी, कस्बा राजगढ़ में प्रकाश नामक व्यक्ति ने उससे जान-पहचान की और एक किलो देशी घी मंगवाया। जान-पहचान बढ़ाने के बाद प्रकाश ने बताया कि वह ठेकेदार के नीचे काम करता है और काम करते समय खुदाई में उसे सोने के जेवरात मिले हैं, लेकिन मजदूर होने के कारण वह उन्हें रख नहीं सकता।
उसने रोहताश को सोने के जेवरात (एक माला) दिखाई और उसमें से दो मनके तोड़कर सोने की शुद्धता जांचने के लिए दिए। रोहताश ने सुनार से मनकों की जांच करवाई तो वे असली सोने के पाए गए।
इसके बाद, दिनांक 22.09.2025 को प्रकाश सोने की माला लेकर रोहताश के गांव इन्द्रपुरा उसके घर आया और पांच लाख रुपये में माला बेचने की बात कही। रोहताश ने तीन लाख रुपये देकर वह माला खरीद ली। जब रोहताश ने बाद में उस पूरी माला को सुनार से दोबारा चेक करवाया तो वह नकली निकली। इस प्रकार प्रकाश ने नकली सोने की माला को असली बताकर उससे तीन लाख रुपये ठग लिए।
इस रिपोर्ट पर अभियोग संख्या 223/2025 दर्ज कर अनुसंधान श्रीमती संतोष महिला हेड कांस्टेबल 2066 द्वारा शुरू किया गया।
ऐसे हुआ घटना का खुलासा
आरोपी सवाराम उर्फ प्रकाश, जो कस्बा रामगढ़ में फेरी लगाकर गुलदस्ते बेचने का काम करता है, उसने करीब एक महीने पहले अनाज मंडी, कस्बा राजगढ़ में परिवादी रोहताश से देशी घी खरीद कर जान-पहचान बढ़ाई। सवाराम उर्फ प्रकाश ने स्वयं को मजदूरी करने वाला बताया और विश्वास दिलाया कि मजदूरी करते समय जमीन की खुदाई के दौरान उसे सोने के जेवरात मिले हैं। आरोपी ने नकली जेवरात को असली बताकर बेचा और इसके बदले में 2,80,000 रुपये प्राप्त कर लिए।
पुलिस टीम में उपनिरीक्षक जय कुमार भादू (थानाधिकारी), श्रीमती संतोष महिला हेड कांस्टेबल 2066, कांस्टेबल बलवान 813, शक्ति सिह 899, दयाराम 539, सज्जन सिह 1136 और दीपक कुमार 371 शामिल थे। कांस्टेबल बलवान 813 की आरोपी की पहचान और गिरफ्तारी में विशेष भूमिका रही।


