(शीतल निर्भीक ब्यूरो)
वाराणसी।स्मार्ट हलचल|भारतीय रेल में मेहनत, निष्ठा और सतर्कता के प्रतीक बन चुके वाराणसी मंडल के कर्मियों को शुक्रवार को सम्मानित किया गया। मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय करायाली के भारतेंदु सभागार कक्ष में आयोजित भव्य कार्यक्रम में मंडल रेल प्रबंधक आशीष जैन ने Excellence Award के तहत 12 उत्कृष्ट कर्मचारियों को नगद पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर अपर मंडल रेल प्रबंधक (इन्फ्रा) अजय सिंह, अपर मंडल रेल प्रबंधक (आप) अशोक कुमार वर्मा समेत सभी शाखाधिकारी और पुरस्कार विजेता मौजूद रहे।
समारोह में जब नामों की घोषणा हुई तो हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। सम्मानित कर्मचारियों में वे चेहरे शामिल थे, जिन्होंने अपने कार्यों से रेल प्रशासन की छवि को और भी ऊँचा किया। इनमें सबसे पहले नाम आया ट्रेन प्रबंधक (गुड्स) संजीव कुमार सिंह का, जिन्होंने बैतालपुर–देवरिया के बीच ट्रेन विभाजन की स्थिति में अपनी त्वरित सूझबूझ से एक बड़ी दुर्घटना टाल दी। उनकी सजगता ने न सिर्फ यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की बल्कि पूरे मंडल के लिए उदाहरण प्रस्तुत किया।
इसके बाद रेलवे सुरक्षा बल सीवान के उप निरीक्षक जयेन्द्र कुमार मिश्रा को सम्मानित किया गया, जिन्होंने सीसीटीवी कैमरों की मदद से लूट में शामिल आरोपी को पकड़वाया। उनके साहस और तत्परता की सबने सराहना की।
वरिष्ठ खंड अभियंता (सिग्नल) भटनी के शैलेन्द्र कुमार ने BCM मशीन संचालन के दौरान किसी भी विफलता को रोककर अपने तकनीकी कौशल का परिचय दिया। वहीं वाराणसी क्रू लाबी के सफाईकर्मी राम प्रवेश चौहान ने स्वच्छता अभियान को जीवन का हिस्सा बनाकर पूरे परिसर को आदर्श बना दिया।
केराकत स्टेशन के सफाईकर्मी निसार अहमद ने स्वच्छता पखवाड़े में स्टेशन को इतना साफ-सुथरा रखा कि अधिकारी खुद उनकी तारीफ करने लगे। उनके समर्पण ने “रेल स्वच्छता” की परिभाषा को नया आयाम दिया।
रेल राजस्व बढ़ाने में भी मंडल के कर्मी पीछे नहीं रहे। उपमुख्य टिकट निरीक्षक राहुल कुमार ने अगस्त माह में ₹3 लाख 58 हज़ार का राजस्व बढ़ाया, जबकि विभास कुमार विकल ने लगभग ₹6 लाख 95 हज़ार की वृद्धि कर अपनी जिम्मेदारी का बेहतरीन उदाहरण पेश किया।
संरक्षा के क्षेत्र में भी नवाचार देखने को मिला। यातायात निरीक्षक (संरक्षा) विश्वजीत कुमार ने एक डिजिटल प्लेटफॉर्म तैयार किया, जिसमें रूल बुक्स, ऑपरेटिंग मैनुअल और सेफ्टी सर्कुलर जैसे संसाधन एक ही क्लिक में उपलब्ध हैं। इस पहल से परिचालन कर्मियों को बड़ी सुविधा मिली है।
रेल ट्रैक की सुरक्षा में भी सतर्कता की मिसाल कायम हुई। मांझी के ट्रैक मेंटेनर संतोष कुमार राम ने पेट्रोलिंग के दौरान स्लीपर पर आई सड़क वाहन की टक्कर को देखकर तत्काल कार्रवाई की और संभावित दुर्घटना को टाल दिया। उनकी सतर्कता ने अनगिनत जानें बचा लीं।
वहीं लेखा कार्यालय वाराणसी में कार्यरत वरिष्ठ अनुभाग अधिकारी रवि कुमार, वरिष्ठ लेखाकार शुभांशु भूषण और लेखाकार प्रभाकर ने 5S प्रणाली लागू कर कार्यकुशलता और साफ-सफाई में नया अध्याय जोड़ा। कार्यालय की कार्यप्रणाली में आए इस बदलाव ने न सिर्फ समय की बचत की बल्कि कार्यस्थल को अनुशासित और सुरक्षित भी बनाया।
मंडल रेल प्रबंधक आशीष जैन ने कहा कि “ये पुरस्कार सिर्फ प्रमाणपत्र नहीं, बल्कि कर्मियों की लगन और निष्ठा का सम्मान है। रेल परिवार में ऐसे कर्मी ही प्रेरणा के स्रोत हैं।
कार्यक्रम के अंत में जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि रेल प्रशासन आगे भी ऐसे कर्मियों को प्रोत्साहित करने के लिए लगातार कदम उठाता रहेगा।वाराणसी मंडल के इन 12 कर्मियों ने यह साबित कर दिया कि जब कर्तव्य भावना, सजगता और ईमानदारी एक साथ हो तो हर कार्य ‘उत्कृष्टता’ का प्रतीक बन जाता है।


