गांव मोही के मुख्य रास्ते (खसरा संख्या 236) पर पिछले डेढ साल से लगे अतिक्रमण को प्रशासन ने शुक्रवार को हटवा दिया। लंबे समय से बंद पड़े राजस्व मार्ग के खुलने से ग्रामीणों ने राहत की साँस ली।
सूचना के अनुसार राधेश्याम पुत्र मगना गुर्जर द्वारा पत्थर की कोट-चूना लगाकर मार्ग को अवरुद्ध कर दिया गया था। इस मामले में ग्रामवासियों की सामूहिक शिकायत के बाद तहसीलदार न्यायालय मांडलगढ़ ने अतिक्रमण हटाने के आदेश जारी किए थे। उसके बाद उपखंड प्रशासन, तहसीलदार कार्यालय और पुलिस के साथ नगर पालिका बीगोद की संयुक्त टीम ने जेसीबी व ट्रैक्टर की मदद से अतिक्रमण हटाया।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन की कार्यवाही का स्वागत किया और कहा कि अब आवागमन सुचारू तरीके से होगा। अधिकारियों ने कहा कि राजस्व मार्गों और सार्वजनिक संपत्तियों पर किसी भी प्रकार के अतिक्रमण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और आवश्यक कार्रवाई समय पर की जाएगी।
मोही गांव में रास्ता खुला, अतिक्रमण हटाने पर मिली कामयाबी
मांडलगढ़ तहसील के मोही गांव में आज प्रशासन ने मुख्य रास्ता (खसरा 236) मुक्त कराया। देरी के बाद हुई इस कार्रवाई से गांववासियों को लंबे समय की समस्या से निजात मिली।
ग्राम निवासियों ने बताया कि राधेश्याम पुत्र मगना गुर्जर ने पिछले डेढ़ साल से रास्ते पर पत्थर की कोट-चूना कर मार्ग को बंद कर रखा था। लोगों की शिकायत पर तहसीलदार न्यायालय ने हटाने के आदेश दिए। पुलिस और उपखंड प्रशासन के साथ नगर पालिका बीगोद ने साझा कार्रवाई में जेसीबी और ट्रैक्टर की सहायता से अतिक्रमण हटाया।
अधिकारियों ने कहा कि सरकार के निर्देशों के अनुसार सार्वजनिक मार्गों की रक्षा प्राथमिकता है और भविष्य में ऐसे मामलों पर सख्ती बरती जाएगी। ग्रामीणों ने प्रशासनिक कदम की तारीफ की और कहा कि अब खेती तथा आवाजाही में सहूलियत होगी।


