राजेश कोठारी
करेडा । प्रदेश के जैसलमेर और मनोहरपुरा में दर्दनाक हादसे के बाद परिवहन विभाग द्वारा की जा रही कार्यवाही का विरोध करते हुए निजी स्लीपर बस संचालकों द्वारा की प्रदेश भर मे की जा रही हडताल का असर कस्बे में भी देखा जा रहा है जहां हड़ताल के चलते आफिसों के ताले लटके हुए व किसी तरह की बुकिंग भी नही की जा रही है वहीं लोगों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । जानकारी के अनुसार कस्बे से गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश सहित अन्य जगहों पर चलने वाली निजी स्लीपर बसों के संचालकों ने परिवहन विभाग द्वारा सुरक्षा मानक को लेकर की जा रही है कार्यवाही को लेकर विरोध करते हुए हडताल का शुरू कर दी जिससे यहां से चलने वाली निजी स्लीपर बसों के पहिए थम ग ए।
संचालकों ने हडताल भी ऐसे समय पर की है जब देव उठनी पर अबूझ सावे पर बडी संख्या में लोगों को शादी समारोह में शामिल होने के लिए यात्रा कर रहे हैं। लेकिन अब इनकी हडताल के चलते बडी संख्या में यात्रीयो को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तो यात्रीयो को यह भी सोचने पर विवश होना पड रहा है कि आखिर जाए तो जाए कैसे क्यों कि शहरों से तो साधन मिल जाते है लेकिन गावों से मुश्किल मिलते हैं जिससे आने जाने के लिए किराए के संसाधनो का उपयोग करना पड रहा है ।


