सवाईपुर ( सांवर वैष्णव ):- मां मेरा क्या कसूर था, जिस बच्चे के लिए मां-बाप लाखों मन्नत करते हैं, दर-दर भटक कर दुआ करते हैं, तूने मुझे जन्म देने के बाद पल भर भी अपनी आंचल में नहीं रखा और यूं ही मरने के लिए सर्द भरे इस मौसम में छोड़ दिया, मैंने तेरे गर्भ में कितने सपने संजोए थे, लेकिन मेरी आंखें खुलने से पहले ही तूने मुझे मार दिया, मां की ममता भीलवाड़ा जिले में एक बार फिर से तार-तार हो गई, जहां एक कुमाता ने नवजात को जन्म देने के बाद सर्द भरे इस मौसम में मरने के लिए गोबर के साथ पानी में फेंक दिया । ऐसा ही मामला सोमवार सुबह सवाईपुर क्षेत्र के सालरिया गांव से सामने आया जहां लखमणियास रोड पर स्थित पानी की टंकी के पास सड़क किनारे पानी में एक नवजात का शव पानी में तैरता हुआ ग्रामीणों को दिखा, ग्रामीणों ने इसकी सूचना कोटड़ी थाना पुलिस को दी, सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और नवजात के शव को अपने साथ कोटड़ी चिकित्सालय में ले गई, जहां पोस्टमार्टम किया जाएगा । ग्रामीण देबी सिंह दरोगा ने बताया कि सोमवार सुबह वह चंबल परियोजना की टंकी से पानी की सप्लाई चालू करने के लिए गया तो उन्होंने पास ही पानी में एक बच्चे का शव पानी में तैरता हुआ दिखाई दिया, इसकी सूचना उन्होंने ग्रामीणों व पुलिस को दी । सूचना पर कोटड़ी थाने से एएसआई कैलाश चंद्र प्रजापत मय जाब्ता मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों की सहयोग से शव को अपने कब्जे में लिया । एएसआई प्रजापत ने बताया कि आठ-नौ महीने का एक नवजात का शव सालरिया गांव में पानी में तैरता हुआ मिला, वही शव 5 से 7 दिन पुराना हो सकता है, कोटड़ी चिकित्सालय में शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा, वही ग्रामीणों ने अज्ञात माता के खिलाफ मामला दर्ज करवाया । वहीं दूसरी और ग्रामीणों ने जन्म के बाद बच्चे को गोबर के साथ गोबर की रोड़ी के अंदर फेंके जाने की संभावना जताई है। नवजात का शव मिलने की सूचना पर बड़ी संख्या में ग्रामीण महिला पुरुष मौके पर जमा हो गए । ग्रामीणों की रिपोर्ट पर पुलिस जांच कर रही है कि नवजात के शव को कौन छोड़ कर गया, इसकी जांच पड़ताल कर रही हैं ।


