खेल आपसी भाईचारे और अनुशासन की भावना को भी मजबूत करते हैं – जज शुक्ला
बूंदी। स्मार्ट हलचल|जिला न्यायालय परिसर में आयोजित खेल प्रतियोगिता के फाइनल मुकाबले रोमांच और जोश से भरपूर रहे। बैडमिंटन और केरम प्रतियोगिताओं के फाइनल मैचों में खिलाड़ियों ने बेहतरीन खेल कौशल और खेल भावना का परिचय दिया। अदालत के अधिकारी, अधिवक्ता और कर्मचारी बड़ी संख्या में मौजूद रहे और खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया।
बैडमिंटन डबल्स फाइनल में हुआ जबरदस्त मुकाबला
बैडमिंटन डबल्स टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला बेहद रोमांचक रहा। मुकाबले में जिला सेशन जज अजय शुक्ला व शिव तोशनीवाल की जोड़ी का सामना एस सी एस टी जज संजय गुप्ता व पंकज दाधीच की जोड़ी से हुआ। शुरूआती सेट में अजय शुक्ला ओर शिव तोशनीवाल की जोड़ी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पहला सेट अपने नाम किया। कोर्ट पर दोनों खिलाड़ियों की तालमेल और तेज़ रिफ्लेक्सेस देखने लायक थे। सेशन जज अजय शुक्ला ने बेहरीन स्मैश शॉट खेले।
हालांकि दूसरे सेट में संजय गुप्ता ओर पंकज दाधीच की जोड़ी ने जबरदस्त वापसी की। उन्होंने रणनीतिक सर्विस और नेट पर सटीक स्ट्रोक्स के दम पर दूसरा सेट जीतकर मुकाबले को बराबरी पर ला दिया। निर्णायक तीसरे सेट में भी मुकाबला कांटे का रहा। दोनों टीमों के बीच एक-एक पॉइंट के लिए कड़ा संघर्ष हुआ। अंततःसंजय गुप्ता ओर पंकज दाधीच की जोड़ी ने निर्णायक सेट जीतते हुए फाइनल अपने नाम किया। इस जीत के साथ संजय गुप्ता और पंकज दाधीच विजेता घोषित किए गए, जबकि जिला सेशन जज अजय शुक्ला और शिव तोशनीवाल उपविजेता रहे। दर्शकों ने पूरे मैच के दौरान खिलाड़ियों के शानदार खेल पर तालियां बजाकर उनका हौसला बढ़ाया।
जिला सेशन जज अजय शुक्ला का उत्कृष्ट प्रदर्शन
मुकाबले की सबसे खास बात रही कि जिला सेशन जज अजय शुक्ला ने कोर्ट पर शानदार खेल कौशल का प्रदर्शन किया। तेज़ मूवमेंट, सटीक शॉट्स और बेहतरीन नेट प्ले से उन्होंने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। दर्शकों ने उनके खेल की सराहना करते हुए कहा कि न्यायिक कार्यों की व्यस्तता के बावजूद उन्होंने जिस तरह कोर्ट में ऊर्जा और समर्पण दिखाया, वह प्रेरणादायक है।
मैच के बाद खिलाड़ियों ने एक-दूसरे को बधाई दी और आयोजकों का धन्यवाद किया जिन्होंने ऐसा आयोजन कर टीम भावना और स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ावा दिया।
केरम फाइनल में अजय शुक्ला ने जीता खिताब
बैडमिंटन फाइनल के बाद हुए केरम टूर्नामेंट के फाइनल मैच में भी शानदार मुकाबला देखने को मिला। केरम फाइनल में जिला सेशन जज अजय शुक्ला और एडवोकेट एजाज रिज़वी आमने-सामने थे। दोनों खिलाड़ियों के बीच 10 सेटों का लंबा मुकाबला हुआ, जिसमें हर सेट में बारीकी और रणनीति का दिलचस्प प्रदर्शन देखने को मिला। शुरुआत में एजाज रिज़वी ने तेज़ी से अंक जुटाते हुए बढ़त बनाई, लेकिन इसके बाद अजय शुक्ला ने सधे हुए खेल के साथ वापसी की। बारीकी से निशाना साधते हुए उन्होंने लगातार कई पॉइंट्स अपने पक्ष में किए। मुकाबले के अंतिम क्षणों तक रोमांच बना रहा। अंत में अजय शुक्ला ने 29 पॉइंट हासिल कर केरम प्रतियोगिता का विजेता बनने का गौरव प्राप्त किया, जबकि एजाज रिज़वी 27 पॉइंट लेकर उपविजेता रहे। दर्शकों ने दोनों खिलाड़ियों के धैर्य, सटीकता और खेल भावना की सराहना की।
खेल भावना और सौहार्द का प्रतीक रहा आयोजन
जिला न्यायालय परिसर में हुए इन खेल मुकाबलों ने न केवल खिलाड़ियों में प्रतिस्पर्धा की भावना को मजबूत किया बल्कि न्यायिक अधिकारियों और अधिवक्ताओं के बीच आपसी सौहार्द का भी सुंदर उदाहरण प्रस्तुत किया। खेल के माध्यम से तनावमुक्त वातावरण और टीमवर्क की भावना को बढ़ाने का उद्देश्य पूरी तरह सफल रहा। कार्यक्रम के अंत में सभी विजेताओं और उपविजेताओं को पुरस्कार वितरण किया गया। न्यायिक अधिकारियों ने कहा कि ऐसे आयोजन मानसिक और शारीरिक दोनों रूप से ताजगी लाते हैं और व्यस्त कार्यप्रणाली के बीच सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करते हैं।
आपसी भाईचारे और अनुशासन की भावना को भी मजबूत करते हैं – शुक्ला
बूंदी अभिभाषक परिषद् बूंदी के प्रवक्ता नोमी नैय्यर एडवोकेट ने बताया कि
फाइनल मुकाबलों के समापन के बाद जिला न्यायालय परिसर में खिलाड़ियों और दर्शकों ने सामूहिक रूप से फोटो खिंचवाई। सभी ने आयोजन समिति के सदस्यों को सफल आयोजन के लिए धन्यवाद दिया। कार्यक्रम के अंत में जिला सेशन जज अजय शुक्ला ने कहा कि खेल जीवन का अभिन्न हिस्सा हैं। यह न केवल स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं बल्कि आपसी भाईचारे और अनुशासन की भावना को भी मजबूत करते हैं। न्यायालय परिसर में ऐसे आयोजन आगे भी होते रहेंगे। इस तरह न्यायालय में आयोजित खेल प्रतियोगिता का समापन खेल भावना, सौहार्द और उत्साह के वातावरण में हुआ।
सभी मैचों में न्यायिक अधिकारी सिद्धांत सक्सैना आदित्य वशिष्ट व बूंदी अभिभाषक परिषद् बूंदी के अध्यक्ष चंद्र शेखर शर्मा,सचिव संजय जैन, सह सचिव कविता कहार मौजूद रहे। साथ ही लोक अभियोजक भूपेंद्र सहाय सक्सैना , हैदर अली त्रिलोक सरोया आदि मौजूद रहे।


