(मोहम्मद आज़ाद नेब)
जहाजपुर|स्मार्ट हलचल|ग्राम लाल का खेड़ा, पंचायत बरोदा में सरकारी भूमि खसरा नंबर 491/56 पर चल रहे अतिक्रमण मामले में गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया है।शिकायतकर्ता ने बताया कि उसने इस भूमि पर हो रहे अतिक्रमण की शिकायत कलेक्टर से की थी। कलेक्टर के सख्त आदेश के बाद प्रशासन मौके पर तो पहुंचा, लेकिन कार्रवाई के दौरान शिकायतकर्ता को ही निशाना बना लिया गया। आरोप है कि प्रशासन के कुछ स्थानीय अधिकारी संबंधित पक्ष के साथ मिल गए और शिकायतकर्ता पर हमला करवा दिया गया, जिससे उसे चोटें आईं।
पीड़ित का कहना है कि हमले की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। वहीं, सरकारी जमीन पर बने पक्के मकान, बोरवेल और तीन-फेज ट्रांसफार्मर को भी नहीं हटाया गया। इसके अलावा, तलाई साइड पर बनी चारदीवारी और फेंसिंग जस की तस बनी हुई है।
पीड़ित पक्ष का आरोप है कि प्रशासन ने वास्तविक अतिक्रमण को हटाने की बजाय केवल “लिपा-पोती” कर दी। उन्होंने मांग की है कि संबंधित भूमि की सीमाएं निर्धारित कर वास्तविक स्थिति की कम्प्लायंस रिपोर्ट तैयार की जाए, ताकि सच्चाई सामने आ सके और न्याय मिल सके।
वहीं, तहसीलदार रवि कुमार मीणा ने बताया कि प्रशासन अतिक्रमण हटाने मौके पर गया था, जहां दो पक्षों में झगड़ा हो गया। झगड़ा करने वालों को शांति भंग में गिरफ्तार कर लिया गया है। तहसीलदार ने कहा कि उच्च अधिकारियों के आदेशानुसार जिस खसरे का अतिक्रमण हटाने के आदेश जारी किए गए थे, उस खसरे से अतिक्रमण हटा दिया गया है।


