शाहपुरा (भीलवाड़ा), पेसवानी
साहित्य सृजन कला संगम, शाहपुरा द्वारा राजस्थान के सुप्रसिद्ध लोककवि स्वर्गीय श्री मोहन मण्डेला की स्मृति में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला प्रतिष्ठित आयोजन — “लोककवि मोहन मण्डेला स्मृति लोक साहित्य सम्मान समारोह एवं अखिल भारतीय कवि सम्मेलन” इस वर्ष अपने 28वें संस्करण में और भी अधिक भव्यता के साथ 29 नवम्बर, शनिवार को आयोजित किया जाएगा।
संस्थान के अध्यक्ष जयदेव जोशी ने बताया कि यह आयोजन न केवल शाहपुरा अपितु सम्पूर्ण राजस्थान और देश के साहित्यिक जगत में अपनी विशिष्ट पहचान बना चुका है। स्वर्गीय मोहन मण्डेला जैसे जनकवि की स्मृति में निरंतर आयोजित यह कार्यक्रम लोक साहित्य की सशक्त परंपरा को आगे बढ़ाने का माध्यम बना हुआ है। उन्होंने कहा कि इस बार भी देश के विभिन्न राज्यों से प्रसिद्ध कवियों, साहित्यकारों और लोक कलाकारों को आमंत्रित किया जा रहा है, ताकि कार्यक्रम में विविधता और लोकभाषा की सुगंध बनी रहे।
जोशी ने बताया कि सम्मान समारोह के दौरान हर वर्ष की भांति एक विशिष्ट साहित्यकार को “लोककवि श्री मोहन मण्डेला स्मृति सम्मान” से अलंकृत किया जाएगा, जिसकी घोषणा शीघ्र ही की जाएगी। यह सम्मान साहित्य और लोकसंस्कृति के संरक्षण में विशेष योगदान देने वाले रचनाकार को प्रदान किया जाता है।
संस्थान के सह सचिव दिनेश बंटी ने बताया कि इस बार आयोजन को नए स्वरूप में प्रस्तुत करने का निर्णय लिया गया है। मंच साज-सज्जा से लेकर कवि-सम्मेलन के संचालन तक हर पहलू को आधुनिकता और लोक परंपरा के संतुलन के साथ सजाया जाएगा। उन्होंने कहा कि आयोजन को गरिमामय और यादगार बनाने के लिए संस्था के सभी पदाधिकारी और स्वयंसेवक जुटे हुए हैं।
कार्यक्रम में देशभर से चयनित कवि भाग लेंगे, जो हास्य, व्यंग्य, श्रृंगार, वीर रस और लोकगीतों के माध्यम से श्रोताओं को भाव-विभोर करेंगे। शाहपुरा में हर वर्ष आयोजित यह कवि सम्मेलन साहित्यप्रेमियों के लिए एक उत्सव के समान होता है, जिसमें दूर-दूर से श्रोता सम्मिलित होते हैं।
गौरतलब है कि स्वर्गीय लोककवि मोहन मण्डेला ने अपने जीवनकाल में लोकभाषा और लोकसंस्कृति को समर्पित अनेक रचनाएँ कीं, जो आज भी जन-जन के कंठ में गूंजती हैं। उनके नाम पर आयोजित यह समारोह न केवल उनकी स्मृति को जीवंत रखता है, बल्कि नई पीढ़ी के कवियों और साहित्यकारों को प्रेरणा भी प्रदान करता है।
संस्था की ओर से जल्द ही आयोजन स्थल, मुख्य अतिथियों और आमंत्रित कवियों की सूची जारी की जाएगी। शाहपुरा में होने वाला यह कवि सम्मेलन इस बार भी साहित्यिक वातावरण को नई ऊँचाइयाँ देगा और लोकसाहित्य की गौरवशाली परंपरा को और मजबूत करेगा।


