शाहपुरा, मूलचन्द पेसवानी
श्री चारभुजानाथ महिला मण्डल एवं भक्तजनो द्वारा शनिवार को शाहपुरा में आयोजित श्री मद् भागवत कथा की भव्य कलश यात्रा श्रद्धा, भक्ति और उल्लास के माहौल में निकाली गई। यह कलश यात्रा नगर के महलों के चौक से आरंभ होकर भाणा गणेश जी मंदिर स्थित कथा स्थल तक पहुँची, जहाँ भक्तों ने गणेश भगवान के चरणों में प्रणाम कर मंगल आशीर्वाद प्राप्त किया।
कलश यात्रा में सैकड़ों महिलाएं, पुरुष, बच्चे-बच्चियां पारंपरिक परिधानों में सजे हुए श्रद्धा भाव से शामिल हुए। सिर पर कलश धारण किए महिला श्रद्धालुओं की कतारें भक्तिमय वातावरण का अद्भुत दृश्य प्रस्तुत कर रही थीं। “जय चारभुजानाथ की” के जयकारों से पूरा नगर गूंज उठा। शोभायात्रा मार्ग में जगह-जगह पुष्पवर्षा कर भक्तजनों का स्वागत किया गया। भगवान के भजनों पर झूमते श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बनता था।
यह कलश यात्रा महलों के चौक से होते हुए बालाजी की छतरी, चारभुजानाथ मंदिर, सदर बाजार, चमना बावड़ी, कुंडगेट एवं त्रिमूर्ति चौराहा होते हुए कथा स्थल भाणा गणेश जी मंदिर पहुँची। वहाँ भगवान गणेश की आरती कर सभी ने कथा आयोजन की सफलता हेतु मंगलकामना की।
📖 कथा का शुभारंभ और संदेश=
8 से 14 नवम्बर 2025 तक चलने वाली यह सात दिवसीय श्री मद् भागवत कथा प्रतिदिन दोपहर 1:15 से 5:15 बजे तक आयोजित होगी। कथा वाचक परम पूज्य देवकिशन जी महाराज ने विधिवत पूजा-अर्चना, भागवत जी की वंदना और आरती के साथ कथा का शुभारंभ किया।
पहले दिन महाराज श्री ने भागवत महात्म्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि—“इस धरती पर जन्म लेने वाले हर प्राणी को अपने जीवन में एक बार अवश्य श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण करना चाहिए। यह कथा मनुष्य के जीवन को पवित्र बनाती है और भक्ति, ज्ञान तथा वैराग्य की दिशा दिखाती है।”
उन्होंने कहा कि इस आयोजन की पहल श्री चारभुजानाथ महिला मंडल ने की है, जो आज के युग में नारी शक्ति की सशक्त पहचान है। धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए ऐसे आयोजन समय की आवश्यकता हैं। समाज में जब तक धर्म और भक्ति की भावना जीवित रहेगी, तब तक सनातन संस्कृति सुरक्षित रहेगी।
महाराज श्री ने समस्त शाहपुरा वासियों से कथा श्रवण के लिए उपस्थित होने का आह्वान किया। कलश यात्रा के समापन पर सभी श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव से हरि नाम संकीर्तन किया और कथा स्थल पर प्रसाद ग्रहण कर आनंदित हुए।


