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मेजा थाना समाधान दिवस में महज़ 10 शिकायतें पहुँचीं, जिनमें से सिर्फ 4 का मौके पर समाधान; शेष मामलों पर कार्रवाई का भरोसा, लेकिन जनता में निराशा
ब्यूरो रिपोर्ट
प्रयागराज। स्मार्ट हलचल|मेजा थाना क्षेत्र में शनिवार को आयोजित थाना समाधान दिवस इस बार सुस्त रहा। पहले जहाँ बड़ी संख्या में फरियादी अपनी समस्याओं को लेकर पहुँचते थे, वहीं इस बार महज़ 10 शिकायतें ही दर्ज की गईं। इनमें से केवल 4 मामलों का मौके पर ही निस्तारण किया जा सका। बाकी शिकायतें “जांच जारी है” की परंपरागत पंक्ति में अटक गईं।नायब तहसीलदार नंद लाल और थाना प्रभारी दीन दयाल सिंह ने संयुक्त रूप से फरियादियों की बातें सुनीं। भूमि विवाद से जुड़ी एक शिकायत पर नायब तहसीलदार ने राजस्व निरीक्षक को तत्काल स्थल निरीक्षण कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया। बाकी मामलों में संबंधित पुलिस और राजस्व कर्मियों को आवश्यक कार्रवाई करने की बात कही गई।
स्थानीय लोगों का कहना है कि अफसरों की सुस्ती और खानापूरी वाली कार्यशैली के कारण समाधान दिवस का महत्व अब कम होता जा रहा है। जनता का भरोसा टूटने लगा है क्योंकि कई पुराने मामले महीनों से लंबित हैं और हर बार सिर्फ “कार्रवाई की जा रही है” का आश्वासन ही मिलता है।
इस दौरान चौकी प्रभारी जेवनिया सुमित त्रिपाठी, उपनिरीक्षक अक्षय सिंह, राजस्व कर्मी गया प्रसाद कुशवाहा, लेखपाल विमल शुक्ला, सतीश मिश्रा सहित अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।
जनता की उपस्थिति भी पहले की तुलना में काफी कम रही, जो साफ संकेत देती है कि लोग अब समाधान दिवस से समाधान की उम्मीद खो चुके हैं।


