रणवीर सिंह चौहान
भवानी मंडी
भवानीमंडी ।स्मार्ट हलचल/ पुलिस ने कुटरचित मुख्तारनामा ( पावर ऑफ अटॉर्नी ) के आधार पर जमीन की खरीद फरोख्त करने वाले दो आरोपियों को 8 माह बाद गिरफ्तार किया गया ।इस प्रकरण में शामिल और लोगों की भी पुलिस तलाश कर रही है ।
थाना अधिकारी रमेश चंद्र मीणा ने बताया कि 30 सितंबर को श्रीराम पुत्र श्री नानूराम जाति जाट उम्र 30 साल मालाकाली थाना रिंगस जिला सीकर राजस्थान हाल वरिष्ठ सहायक तहसील पचपहाड थाना भवानीमंडी जिला झालावाड ने एक तहरीर इस आशय की पेश कि की भवानीमंडी में स्थित आराजी खसरा नम्बर 604 में किता 1 रकबा 0.0379 हेक्टेयर भूमि हिस्सा 1/4, नाथूसिंह पुत्र पूरसिंह जाति राजपूत निवासी रामठी हिस्सा 1/4, बापूलाल पुत्र भनजी जाति राजपूत निवासी रामठी हिस्सा 1/4व शिवसिंह पुत्र पदमसिंह जाति राजपूत निवासी रामठी के खाते में दर्ज रिकार्ड है। उक्त में से नाथूसिंह पुत्र पूरसिंह जाति राजपूत निवासी रामठी, बापूलाल पुत्र भनजी जाति राजपूत निवासी रामठी व शिवसिंह पुत्र पदमसिंह जाति राजपूत निवासी रामठी के सम्पूर्ण 3/4 हिस्सा का मुख्त्यारनामा लक्ष्मणसिंह पुत्र भारतसिंह जाति राजपूत निवासी ताई का खेडा तहसील पचपहाड ने अपने पक्ष में 19 जनवरी 25 को नोटरी पब्लिक से प्रमाणित करवाकर करवाया।
उक्त मुख्त्यारनामा के आधार पर दिनांक 24.01.2025 को जर्ये मुख्त्यारनामा लक्ष्मणसिंह पुत्र भारतसिंह जाति राजपूत निवासी ताई का खेडा तहसील पचपहाड द्वारा दशरथसिंह पुत्र मांगीलाल जाति राजपूत निवासी चौहानो का खेडा व बनेसिंह पुत्र किशनसिंह जाति राजपूत निवासी रामठी भवानीमण्डी के पक्ष में विक्रय पत्र पंजीकृत करवाया गया है। विक्रय पत्र में निष्पादक द्वारा विक्रेता नाथूसिंह पुत्र पूरसिंह, बापूलाल पुत्र भनजी व शिवसिंह पुत्र पदमसिंह के मृत्यु के सम्बन्ध में तथ्य छुपाकर गलत तथ्यों व झूठ के आधार पर दस्तावेज पंजीकृत करवाया गया इस पर प्रकरण दर्ज किया गया।
पुलिस उपाधीक्षक प्रेमकुमार ने बताया की थाना अधिकारी रमेशचंद मीणा नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। गठित टीम द्वारा प्राप्त सुचना व तकनीकी विश्लेषण एवं मनोवैज्ञानिक रूप से प्रकरण में अंकित तथ्यो का खुलासा करते हुये कुटरचित दस्तावेजो के आधार पर कुटरचित मुख्त्यारनामा तैयार कर उसके आधार पर भुमि को खरीद-फरोख्त करने वाले दो आरोपियो लक्ष्मण सिंह और बनेसिंह को गिरफतार किया गया, प्रकरण में शामिल अन्य आरोपीगणो की तलाश जारी है।


