सवाईपुर ( सांवर वैष्णव ):- सवाईपुर क्षेत्र के आकोला गांव के पास बनास नदी में लीज धारक द्वारा बजरी दोहन के विरोध में चांदगढ़ में चल रहे “बनास बचाओ आंदोलन” का मंगलवार को 16 वें दिन भी जोश और एकजुटता के साथ जारी रहा । बनास नदी में महादेव एंक्लेव प्राइवेट लिमिटेड द्वारा बजरी खनन के खिलाफ ग्रामीणों का यह आंदोलन अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुका है । सोमवार शाम को नागौर से आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल के निर्देश पर भेजे गए लादूराम गोदारा धरना स्थल पर पहुंचे । इस खबर से लीज धारक ने जेसीबी मशीनें व ट्रैक्टर नदी से बाहर निकाल दिए । मंगलवार को गोदारा के नेतृत्व में पांच सदस्य कमेटी के सदस्यों ने भीलवाड़ा एसडीएम अक्षत कुमार सिंह से मुलाकात कर अपनी मांगे रखी, कमेटी में आरएलपी नेता लादूराम गोदारा, राधेश्याम जाट, मंगल सिंह, राधेश्याम जाट, देवकिशन जाट, जगुनु सुवालका, पिंकी ओड़, कंचन ओड़ आदि शामिल थे । सोमवार को सुचना पर कोटड़ी तहसीलदार सुरेंद्र सिंह चौधरी और माइनिंग विभाग के सहायक अभियंता सुनील सन्नाढय भी धरना स्थल पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की । उन्होंने कहा कि उनकी मांगें उच्च अधिकारियों तक पहुंचाई जाएंगी और अवैध खनन बंद कराया जाएगा । परंतु प्रदर्शनकारियों ने तीखा जवाब देते हुए कहा कि यही अफसर पहले भी आ सकते थे, लेकिन अब दबाव में दौरे हो रहे हैं । सोमवार को पहुंचे आरएलपी नेता लादूराम गोदारा दुसरे दिन मंगलवार को भी धरना स्थल पर डटे रहे और कहा हम इस लड़ाई में आपके साथ हैं । दो-चार दिन और डटे रहो, फिर हनुमान बेनीवाल खुद आकर आपको न्याय दिलाएंगे । इस दौरान फोन पर स्वयं हनुमान बेनीवाल ने माइक के ज़रिए प्रदर्शनकारियों को संबोधित किया और कहा कि यदि प्रशासन ने मांगें नहीं मानीं, तो वे खुद धरना स्थल पहुंचकर भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई करवाएंगे और आप को न्याय दिलाऊंगा । गोदारा के आगमन और बेनीवाल के संदेश से धरने में नई ऊर्जा और उम्मीद की लहर दौड़ गई है, ग्रामीणों ने स्पष्ट कहा कि अब या तो न्याय मिलेगा या संघर्ष और तेज होगा ।


